जनसहभागिता और अंतर्विभागीय समन्वय से संचारी रोग नियंत्रण अभियान को मिलेगा बल

मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वच्छता के समन्वित प्रयासों पर जोर दिया

दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ, 01 जुलाई: मुख्यमंत्री ने आज एक उच्च स्तरीय बैठक में संचारी रोग नियंत्रण अभियान और स्कूल चलो अभियान की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता और अंतर्विभागीय समन्वय के साथ संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, मेडिकल एजुकेशन, ग्राम्य विकास, नगर विकास, महिला एवं बाल विकास, कृषि, बेसिक तथा माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा मिलकर स्वच्छता, स्वास्थ्य और सुरक्षा के ठोस प्रयास किए जाएं।

‘स्टॉप डायरिया’ अभियान के तहत बच्चों की सुरक्षा

इस वर्ष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के अंतर्गत ‘स्टॉप डायरिया’ के संकल्प को लेकर कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में दस्त के कारण मृत्यु की आशंका को समाप्त करना। फ्रंटलाइन वर्कर्स अपने साथ ओ0आर0एस0 तथा क्लोरीन की गोलियां लेकर जाएं। सभी को मिलकर इस अभियान को सफल बनाना होगा। बरसात के मौसम में स्वास्थ्य विभाग के पूरे तंत्र को 24×7 अलर्ट मोड में रहने का निर्देश दिया गया है।

स्कूल चलो अभियान का दूसरा चरण प्रारंभ

मुख्यमंत्री ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में बच्चों के नामांकन में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। आगामी 01 जुलाई से प्रदेशव्यापी ‘स्कूल चलो अभियान’ का दूसरा चरण प्रारंभ हो रहा है। यह अभियान अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्कूलों को सजाया जाए और बच्चों का तिलक लगाकर एवं मिठाई खिलाकर स्वागत किया जाए। विद्यालय के आस-पास का परिवेश स्वच्छ हो।

जनप्रतिनिधियों की सहभागिता आवश्यक

स्कूल चलो अभियान में सांसद, विधायक, जिला एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य और ग्राम प्रधान सहित हर जनप्रतिनिधि की सहभागिता होनी चाहिए। मलिन बस्तियों में बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। कक्षा 01 व 02 में एन0सी0ई0आर0टी0 पाठ्यक्रम को लागू किया गया है, इस सम्बन्ध में आवश्यक पाठ्य सामग्री यथाशीघ्र उपलब्ध कराई जाए।

विद्यार्थियों के लिए डी0बी0टी0 के माध्यम से सहायता

मुख्यमंत्री ने बताया कि विगत दिवस 88 लाख से अधिक बच्चों को पाठ्य सामग्री, यूनिफॉर्म, जूता-मोजा तथा स्वेटर आदि के लिए प्रति छात्र 1200 रुपये डी0बी0टी0 के माध्यम से उनके अभिभावकों के खातों में उपलब्ध कराए गए हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि विद्यार्थी ‘पूरी बांह की शर्ट’ ही पहन कर आएं, जिससे बीमारियों से बचाव में सहायता मिलेगी।

पौधरोपण महाभियान और बाढ़ राहत तैयारी

जुलाई माह का प्रथम सप्ताह पौधरोपण महाभियान को सफल बनाने हेतु जनजागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान से प्रेरणा लेकर उत्तर प्रदेश का हर नागरिक इस वर्ष के ‘वन महोत्सव’ को अभूतपूर्व सफलता दिलाने में योगदान करेगा। मुख्यमंत्री ने बाढ़ की संभावना के दृष्टिगत राहत एवं बचाव से जुड़ी सभी तैयारियां सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। बाढ़ चौकियों का निर्धारण, नौका की उपलब्धता, राहत सामग्री आदि का प्रबन्धन किया जाए। नगरीय क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति का स्थायी निराकरण कराया जाए और प्रतिबंधित पॉलीथिन के प्रयोग पर रोक को कड़ाई से लागू किया जाए।

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