दैनिक इंडिया न्यूज़ लखनऊ, 9 अगस्त: प्रदेश के छह नए मेडिकल कॉलेजों को मान्यता मिलने की उम्मीद है, क्योंकि चिकित्सा शिक्षा विभाग ने केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष दोबारा अपील की है। इस अपील में कानपुर देहात और ललितपुर में मेडिकल कॉलेज की सीटों में बढ़ोतरी के लिए भी आग्रह किया गया है।
प्रदेश में “वन डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज” के संकल्प को पूरा करने की दिशा में योगी सरकार के प्रयास जारी हैं। हाल ही में, नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने प्रदेश के सात नए मेडिकल कॉलेजों को मान्यता देते हुए एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने की अनुमति दी थी। इस प्रक्रिया में सीएम योगी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी।
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष चंदौली, गोंडा, लखीमपुर खीरी, सोनभद्र, औरैया, और कौशांबी के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में 100-100 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश की अनुमति की मांग की है। इसके साथ ही, कानपुर देहात और ललितपुर के मेडिकल कॉलेजों की सीटों को 50 से 100 बढ़ाने का अनुरोध भी किया गया है। इन मान्यताओं के साथ प्रदेश में एमबीबीएस की कुल 700 सीटें बढ़ जाएंगी, जो वर्तमान में 10,500 हैं।
डीजीएमई किंजल सिंह ने बताया कि चंदौली, सोनभद्र, और कौशांबी में चिकित्सा शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए चयन प्रक्रिया 6 से 8 अगस्त तक आयोजित की गई। इन संस्थानों की सीटों को नीट यूजी-2024 की काउंसिलिंग प्रक्रिया में शामिल किया गया है, और काउंसिलिंग 20 अगस्त को होगी।
उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही अपील की सुनवाई की जाएगी और नए मेडिकल कॉलेजों के प्रवेश की अनुमति को हरी झंडी मिल जाएगी।