
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,नई दिल्ली ।तमिलनाडु में एक गंभीर भ्रष्टाचार मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी अंकित तिवारी को गिरफ्तार किया गया है। तिवारी को डिंडिगुल जिले में 20 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। यह गिरफ्तारी राज्य की सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक निदेशालय (DVAC) द्वारा की गई, जिन्होंने शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई की [❞] [❞]।
घटना का विवरण
डॉक्टर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर DVAC अधिकारियों ने अंकित तिवारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के तुरंत बाद, DVAC ने मदुरै स्थित ED कार्यालय पर छापा मारा, जिसमें कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए। इस दौरान केंद्रीय अर्धसैनिक बल (ITBP) को सुरक्षा के लिए तैनात किया गया, जिससे स्थानीय क्षेत्र में हलचल मच गई [❞]।
ED का पक्ष
अब तक प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार, ED के वरिष्ठ अधिकारी इस घटना की गंभीरता को समझते हुए, मामले की गहन जांच कर रहे हैं। अंकित तिवारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और उनके खिलाफ लगे आरोपों की विस्तृत जांच की जा रही है।
तमिलनाडु सरकार का पक्ष
तमिलनाडु सरकार ने इस घटना को भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने सख्त रुख का हिस्सा बताया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि वे किसी भी भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ कठोर कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, चाहे वह किसी भी एजेंसी से संबंधित हो। राज्य सरकार ने इस घटना को अपने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की सफलता के रूप में देखा है और कहा है कि इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी [❞] [❞]।
यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब राज्य सरकार और केंद्रीय एजेंसियों के बीच तनाव बढ़ रहा है। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार पर ED और आयकर विभाग का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है, लेकिन इस मामले ने साबित कर दिया कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में कोई भी अधिकारी अछूता नहीं रहेगा।