दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ।आज से स्थानीय निकाय चुनाव के प्रपत्र बिक्री प्रारम्भ होते ही सम्भावित प्रत्याशियों के दिल की धड़कन स्पष्ट सुनाई पड़ रही है। हर नेता व संगठन के द्वार पर लम्बी लम्बी कतारें दिखाई पड़ रही है। जितना बड़ा रसूख उतनी बड़ी कतार। हर प्रत्याशी गणेश परिक्रमा कर अपना टिकट पक्का करने की जुगत मे लगा है। नेता जी की कृपा हो जाए तो अगले पांच वर्ष भविष्य की नीव का पत्थर हो जाएगा। अन्य दलों से भी निकल कर भाजपा मे अपने भाग्य को अजमाने बड़ी संख्या मे प्रत्याशी मैदान मे हैं। भाजपा का टिकट चुनावी वैतरणी पार लगाने मे सबसे ज्यादा प्रभावी माना जा रहा है। इस क्रम मे प्रदेश संगठन से लेकर नगर व जनपद संगठनों मे अपनी पैठ बनाने मे यह प्रत्याशी हर तिकड़म व जुगाड़ मे लगे हैं।
प्रदेश के लोकप्रिय उप मुख्य मंत्री श्री ब्रजेश पाठक के निवास का दृश्य भी ऐसा ही है। सुरक्षा कर्मी भीड़ नियंत्रित करने मे पसीना पसीना हो रहे है। इस भीड़ का धक्का प्रवेश द्वार को भी सुरक्षित नही रहने दे रहा है। जिनको अपने नेता के दर्शन हो जा रहे हैं वह अत्यंत गर्वीले भाव मे अन्य कई तुलना मे स्वयं को सफल मान रहा है। जिसका बायो डेटा नेता जी के हाथों स्पर्श पा गया ,वह टिकट सुनिश्चित मान रहा है। सबसे लम्बी कतार उनकी लोकप्रियता व जन विश्वास को दर्शा रही है।
चुनावी रणनीतिकार मान रहे हैं कि प्रथम चरण की सूची 14 अप्रैल तक घोषित होने प्रबल सम्भावना है। अब देखना है कि विगत 2017 के चुनाव मे प्रत्याशियों की सूची मे अन्तिम समय मे बड़े फेर बदल कराने वाले एक बड़े नेता जी इस बार फिर किस प्रकार अपने चहेतों को रेवड़ी बांट पाएंगे। वादे व आश्वासन तो बहुतों को दिया है पर स्वंय की छवि बचाते बचाते हाशिए पर दिख रहे हैं।