- सीएम योगी के विजन अनुसार, टोल फ्री नंबर के जरिए प्रदेश में मौजूदा विद्या समीक्षा केंद्रों की कवरेज और जन भागीदारी में होगी वृद्धि
- प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए जनता के फीडबैक और इनपुट जुटाने का माध्यम बनेगा टोल फ्री नंबर
- टोल फ्री नंबर के जरिए अभिभावक अपने बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा से संबंधित चिंताओं को साझा कर सकेंगे, छात्रों की समस्याओं को हल करने में भी मिलेगी मदद
- उत्तर प्रदेश सिस्टम डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीडेस्को) को सौंपा गया है जिम्मा, एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन की प्रक्रिया हुई शुरू
दैनिक इंडिया न्यूज़, लखनऊ, 12 अगस्त: उत्तर प्रदेश में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार ने प्रदेश में स्थापित विद्या समीक्षा केंद्रों को टोल फ्री नंबर के अंतर्गत कवरेज प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह टोल फ्री नंबर स्कूल शिक्षा से संबंधित समस्याओं, फीडबैक और इनपुट जुटाने का माध्यम बनेगा तथा इससे अभिभावकों, छात्र-छात्राओं और शिक्षकों के विभिन्न प्रकार की शंकाओं का निस्तारण हो सकेगा।
सीएम योगी के विजन के अनुसार, स्कूल शिक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं को लक्षित करने के लिए इस दिशा में कार्य करने के लिए इंटरैक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स (आईवीआर) युक्त टोल फ्री नंबर को प्रयोग में लाया जाएगा। एक स्वचालित टेलीफोन प्रणाली कॉल करने वालों को सीधे लाइव एजेंट से बात किए बिना वॉयस या मेनू इनपुट का उपयोग करके जानकारी प्राप्त करने की सुविधा देती है। इस टोल फ्री नंबर के उपयोग व संचालन के लिए प्रणाली निर्माण की प्रक्रिया उत्तर प्रदेश सिस्टम डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीडेस्को) द्वारा की जाएगी। इस कार्य को पूरा करने के लिए एजेंसी निर्धारण व कार्यावंटन की प्रक्रिया यूपीडेस्को द्वारा शुरू कर दी गई है और पहले से इंपैनल्ड एजेंसियों को इस कार्य को पूरा करने का अवसर मिलेगा।
प्राथमिक और उच्च स्तरीय शिक्षा से संबंधित इनपुट जुटाने में मदद
स्कूल शिक्षा से जुड़े विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश में इस टोल-फ्री नंबर व संबंधित प्रणाली का विकास किया जा रहा है। इसका उपयोग प्राथमिक समेत विभिन्न स्तरों पर प्रदेश में प्रदान की जाने वाली शिक्षा से संबंधित जानकारी, प्रतिक्रिया और प्रश्न साझा करने के लिए होगा। साथ ही, प्रदेश के विभिन्न जिलों में चल रहे प्राथमिक व कम्पोजिट विद्यालयों से जुड़ी जानकारियों को भी इसी माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। टोल फ्री नंबर प्रणाली को इस हिसाब से विकसित किया जाएगा कि इसमें आम जनता, अभिभावक, पंजीकृत छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की शंकाओं का निस्तारण तथा फीडबैक व इनपुट के संकलन का माध्यम बनेगा। इससे प्रदेश के विभिन्न जिलों में संचालित प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों में पंजीकृत विद्यार्थियों की शिक्षा व्यवस्था नियमित एवं सुदृढ़ करने के साथ ही आम जनता की सहभागिता सुनिश्चित हो सकेगी। प्रदेश के सभी विद्या समीक्षा केंद्रों को भी इस प्रक्रिया से जोड़ा जाएगा।
शैक्षिक योजनाओं व कार्यक्रमों की जानकारी उपलब्ध कराने का माध्यम
इस टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से पूछे गए प्रश्नों व उनसे जुड़े समाधान उपलब्ध कराने के लिए विद्या समीक्षा केंद्र की मानवशक्ति और संसाधनों का उपयोग किया जाएगा। यह टोल-फ्री नंबर शैक्षिक योजनाओं, कार्यक्रमों और सेवाओं की जानकारी तक आसान पहुंच प्रदान करेगा और सार्वजनिक भागीदारी के माध्यम से शिक्षा प्रणाली को भी मजबूत करेगा। प्रस्तावित टोल-फ्री हेल्पलाइन विद्या समीक्षा केंद्र के साथ जनता की पहुंच और जुड़ाव को बढ़ाएगी, जिससे नागरिक संतुष्टि और परिणामों में सुधार होगा। यह पहल मौजूदा परिचालन केंद्र को मजबूत करेगी और कार्यक्रम की समग्र सफलता में योगदान देगी। टोल फ्री नंबर के माध्यम से अभिभावक अपने बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा से संबंधित अपनी चिंताओं को साझा कर सकेंगे और उन्हें उपलब्ध कराया गया समाधान छात्र-छात्राओं के सामने आने वाली समस्याओं को हल करने का माध्यम बनेगा।
कई प्रकार की सुविधाओं से होगा लैस
प्रस्तावित टोल फ्री नंबर प्रणाली को वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर विकसित किया जाएगा। इसे आईवीआर सिस्टम के साथ इंटीग्रेशन, पैरलल चैनल, कॉल वेटिंग व मैसेज सुविधा, स्केलेबिलिटी, रिलायबिलिटी और 24X7 एक्सेसिबिलिटी जैसी सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। प्रणाली में वॉइस टिकटिंग, वॉइस ट्रैकिंग, वेब इंटरफेस, लाइव कॉल डैशबोर्ड, वॉइस मेल, कॉल लॉग, मल्टी लैंग्वेज सपोर्ट, एसएमएस नोटिफिकेशन, कॉल क्यू, वेटिंग एनाउंसमेंट, एजेंट व सुपरवाइजर लॉगिन तथा फॉलोअप व टास्क रिमाइंडर्स जैसी सुविधाएं भी शामिल की जाएंगी।