संतों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया सनातन धर्मध्वज के रक्षक
दैनिक इंडिया न्यूज़,प्रयागराज। महाकुंभ-2025 की तैयारियों को लेकर संगम तट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और संत समाज के बीच एक विशेष संवाद का आयोजन हुआ। इस संवाद में सभी 13 अखाड़ों और विभिन्न संत परंपराओं के साधु-संतों और आचार्यों ने हिस्सा लिया। संतों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सनातन धर्मध्वज का रक्षक बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में सनातन समाज गौरवान्वित हो रहा है।
संतों ने कहा कि योगी आदित्यनाथ पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने महाकुंभ की तैयारियों के संबंध में साधु-संतों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याओं और सुझावों को गंभीरता से सुना और उन्हें लिपिबद्ध किया। संत समाज ने महाकुंभ-2025 की तैयारियों पर संतोष जताते हुए कहा कि मेला क्षेत्र की व्यवस्थाएं देख कर यह स्पष्ट है कि महाकुंभ-2025, कुंभ-2019 से भी अधिक भव्य और दिव्य होगा।
संतों ने भूमि आवंटन, शिविरों की लोकेशन, धूल, यातायात प्रबंधन, स्वच्छता और घाटों के नामकरण जैसे मुद्दों पर अपनी जिज्ञासाएं रखीं। मुख्यमंत्री ने इन सभी बिंदुओं पर अधिकारियों को त्वरित समाधान के निर्देश दिए। संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आज अयोध्या, वाराणसी और ब्रजधाम का नया स्वरूप विश्वभर में सनातन संस्कृति की प्रतिष्ठा बढ़ा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ-2025 की भव्यता और सफलता के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि संतों के मार्गदर्शन में ही सनातन समाज का उत्थान संभव है। मुख्यमंत्री ने सभी से महाकुंभ के आयोजन में योगदान देने की अपील की ताकि यह महाकुंभ वैश्विक शांति और सनातन संस्कृति का संदेश दे सके।
अखाड़ों और संत परंपराओं के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महाकुंभ-2025 का आयोजन पूरे विश्व में सनातन संस्कृति का गौरव बढ़ाएगा। संत समाज ने महाकुंभ के सफल आयोजन में अपना पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।