दैनिक इंडिया न्यूज़ ,प्रयागराज: महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान से पहले एक दर्दनाक हादसा हो गया। संगम तट के पास हुई भगदड़ में 17 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। कुछ लोगों के बेहोश होने की भी खबर है। प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है, जिससे स्थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है।
घटना का विवरण
मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर लाखों श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे थे। इसी दौरान अचानक भगदड़ मच गई, जिससे कई लोग दब गए और हताहत हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भीड़ अत्यधिक बढ़ जाने के कारण अव्यवस्था पैदा हो गई और भगदड़ मच गई।
अखाड़ों ने स्नान स्थगित किया
घटना के बाद अखाड़ों ने अपना स्नान जुलूस रोक दिया है। निरंजनी अखाड़ा, जूना अखाड़ा और कई अन्य अखाड़ों ने अमृत स्नान स्थगित करने का निर्णय लिया है। साधु-संतों और अखाड़ों के महामंडलेश्वरों ने इस घटना पर गहरा दुःख जताया और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
पीएम मोदी ने लिया संज्ञान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से घटना की जानकारी ली और प्रशासन को हरसंभव सहायता देने का निर्देश दिया। पीएम मोदी ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
प्रशासन पर उठे सवाल
अखाड़ों के संतों और श्रद्धालुओं ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि मेले में भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। महामंडलेश्वरों ने सरकार से मांग की है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए।
स्थिति नियंत्रण में
मेले में मची भगदड़ के बाद सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है। पुलिस और प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने और घायलों को त्वरित चिकित्सा सुविधा देने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। कुंभ मेला प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु संयम बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।