
पार्षद बोले – निजी कंपनी की लापरवाही से फटा पाइप, जिम्मेदारों को दी जानकारी
सवाल बरकरार – कब मिलेगा साफ पानी, कब जागेगा प्रशासन?
लखनऊ। राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर क्षेत्र स्थित लवकुश नगर में सप्लाई का पानी लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। घरों में नलों से इतना गंदा और बदबूदार पानी आ रहा है कि न पीने लायक है, न इस्तेमाल लायक। हालात यह हैं कि लोग उसे छूने से भी कतरा रहे हैं।
ए-37 नंबर मकान के एक निवासी ने बताया कि पिछले दो दिनों से पीने का पानी नहीं, बल्कि नाले जैसा पानी आ रहा है। न बर्तन धो सकते हैं, न कपड़े। इस भीषण गर्मी में जब पानी जीवन रेखा बन चुका है, ऐसे में यह लापरवाही भारी पड़ सकती है।
विडियो बना जनता ने खोली पोल
स्थानीय निवासियों ने गंदे पानी का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि पानी का रंग और उसकी गंदगी किस हद तक है। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता शहजाद ने बताया कि लगातार दो दिन से लोग इस संकट से जूझ रहे हैं और अब हालात बर्दाश्त के बाहर हैं।
पार्षद ने मानी गड़बड़ी, टालमटोल का आश्वासन
स्थानीय पार्षद सुरेन्द्र बाल्मीकि ने स्वयं स्वीकार किया कि पानी गंदा आ रहा है और इलाके के लोग बेहद परेशान हैं। उन्होंने बताया कि संबंधित अधिकारियों को सूचना दी गई है और जांच के लिए टीम भेजी गई है। पार्षद के मुताबिक, एक निजी कंपनी द्वारा सड़क पर केबल डालने के दौरान पाइप क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे यह संकट उत्पन्न हुआ।
प्रशासन पर सवाल, जनता में रोष
हालांकि कारण कुछ भी हो, जनता को शुद्ध पानी मिलना उसका अधिकार है। प्रशासन और नगर निगम की जिम्मेदारी है कि इस तरह की लापरवाही पर तुरंत कार्रवाई करे।
प्रश्न यही है –
आख़िर कब मिलेगा साफ पानी?
कब तक चलेगा ये आश्वासन और लीपापोती का खेल?
इस बार जनता का सब्र टूट रहा है। अब केवल “सूचना दी गई है” जैसे जवाब नहीं, ठोस कार्रवाई चाहिए।