दैनिक इंडिया न्यूज, बाराबंकी।
श्रीरामलला विराजमान प्राण प्रतिष्ठा उपरांत संस्कृतभारती अवधप्रान्त के तीन जनपदों सीतापुर, लखनऊ, बाराबंकी मे अत्यंत उल्लास व उत्साह के साथ बड़ी संख्या मे जन भागीदारी के साथ संस्कृतविद व संत समाज की उपस्थिति मे सम्पन्न हुआ। इस क्रम मे बाराबंकी के शिवायोगपीठ आश्रम मे वंदना द्विवेदी की अध्यक्षता मे मुख्य अतिथि महामण्डलेश्वर स्वामी अभयानन्द सरस्वती ,माँ पूर्णप्रज्ञा ,स्वामी चेतनानन्द जी सहित अवधप्रान्त संगठन मंत्री गौरव नायक, जे पी सिंह अध्यक्ष संस्कृतभारतीन्यास व सम्पर्क प्रमुख अवधप्रांत, रत्नेश मणि त्रिपाठी सह प्रान्त मंत्री अवधप्रान्त की गरिमामय उपस्थित मे गौष्ठी सम्पन्न हुई। स्वामी अभयानन्द जी ने संस्कृत साहित्य व जीवन शैली को एक दूसरे का पूरक बताते हुए भाषा को संस्कृति की सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। माँ पूर्णप्रज्ञा का सम्बोधन अत्यंत सरल,सहज,सुग्राही होने के कारण सबको प्रभावित कर संस्कृत भाषा उन्नयन तथा पारिवारिक संस्कारों मे आदि ग्रंथो वेद पुराण रामायण व मर्यादापुरुषोत्तम श्रीराम एवं माता सीता के चरित्र के सापेक्ष वर्तमान मे भावों सहित व्याख्यान दिया तथा स्वामी चेतनानन्द ने संस्कृत भाषा को देव वाणी तथा सबसे वैज्ञानिक भाषा बताते हुए इसे जन जन की भाषा बनाने पर जोर दिया। जे पी सिंह ने अपने भावों को भी वक्ताओं मे समहित करते हुए बाराबंकी जनपदीय संस्कृतभारती संगठन को सफल आयोजन हेतू साधुवाद ज्ञापित करते हुए शुभकामनाए प्रदान की। इस अवसर पर कार्यक्रम मे उपस्थित जिला कार्यवाह सुधीरजी,सन्तोष सिंह, मोहित, अमिता सिंह, सविता,विजय लक्ष्मी,अनुपमा,डा राशि,प्रियंका पाठक की विशिष्ट उपस्थिति रही। संगठन मंत्री गौरव नायक ने समस्त उपस्थित अतिथियों,आयोजकों,सहभागियों को गौष्ठी को सफल बनाने के लिए अंतर्मन पटल से आभार व्यक्त किआ।
2024-01-29