दैनिक इंडिया न्यूज़, लखनऊ। 1 अगस्त 2024 से प्रारंभ संस्कृत भारती द्वारा आयोजित अवध प्रान्त के संपर्क सप्ताह का समापन उत्तर प्रदेश के ऊर्जा से भरपूर संस्कृत अनुरागी उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के सानिध्य में हुआ। इस अवसर पर प्रमोद पंडित, क्षेत्रीय संगठन मंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश, और जितेन्द्र प्रताप सिंह, संपर्क प्रमुख संस्कृत भारती अवध प्रान्त ने संगठन और भाषा उन्नयन पर किए जा रहे कार्यों और कार्यक्रमों की जानकारी उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को विस्तार से दी।
ब्रजेश पाठक ने चरक संहिता और सुश्रुत संहिता पर विचार करते हुए कहा कि सुश्रुत संहिता बृहद्त्रयी का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है (वृहत्त्रयी = चरक संहिता + सुश्रुत संहिता + अष्टाङ्गहृदयम्)। यह संहिता आयुर्वेद साहित्य में शल्यतंत्र की महत्वपूर्ण रचनाओं में मानी जाती है। धन्वंतरि द्वारा उपदिष्ट और उनके शिष्य सुश्रुत द्वारा प्रणीत यह ग्रंथ आयुर्वेद जगत में ‘सुश्रुत संहिता’ के नाम से प्रसिद्ध है।
सप्ताह समापन विमर्श के अवसर पर उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष त्रियम्बक त्रिपाठी, मुकेश शर्मा, विधान परिषद सदस्य, और आनंद द्विवेदी की गरिमामय उपस्थिति ने कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बना दिया। जितेन्द्र प्रताप सिंह, संपर्क प्रमुख संस्कृत भारती अवध प्रान्त ने उपस्थित संस्कृत अनुरागियों का आभार व्यक्त करते हुए 16 अगस्त 2024 से प्रारंभ होने वाले संस्कृत सप्ताह में सहभागिता और सहयोग के आश्वासन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।