वाचस्पति त्रिपाठी / डी डी इंडिया न्यूज
मऊ । राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशन तथा माननीय जनपद न्यायाधीश, के मार्गदर्शन में सिविल जज सी0डि0/सचिव,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मऊ कुँवर मित्रेश कुशवाहा द्वारा आज दिनांकः 06.01.2022 को अपरांह लगभग 1.10 बजे जिला कारागार मऊ का वर्चुअल निरीक्षण किया गया। वर्चुअल निरीक्षण के समय जिला कारागार मऊ में कुल 650 बन्दी हैं, जिसमें से सिद्धदोष बन्दी पुरुष 59, महिला 01, विचाराधीन बन्दी पुरुष 512, महिला-31, किशोर-46, एन0एस0ए0 बन्दी पुरुष-01, हैं, जिसमें से 572 पुरुष एवं 32 महिला तथा 46 किशोर बन्दी हैं। चार महिला बन्दियों के साथ रह रहे 5 वर्ष से कम उम्र के 5 बच्चें हैं, जिसमें से एक लड़का एवं 4 लड़की हैं।
वर्चुअल निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि जिला कारागार के महिला/पुरुष/किशोर बन्दियों की कुल संख्या 650 हैं।
पूछ ताछ के दौरान जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि आज भोजन में प्रातः नाश्ता में चाय, गुड़, पावरोटी, सुबह भोजन में-रोटी चावल, चना की दाल, आलू मूली की सब्जी तथा शाम को रोटी, चावल, अरहर की दाल तथा आलू पालक की सब्जी दिया जायेगा।
पूछ ताछ के दौरान जेल अधीक्षक द्वारा बताया गया कि बन्दियों का शत प्रतिशत वैक्सीनेशन दिनंाक-27.12.2021 को पूर्ण करा दिया गया है। नये बन्दियों के कारागार पर आने पर उन्हें 10 दिन तक आइसोलेशन वार्ड में रखा जाता है। दस दिन का समय व्यतीत होने के पश्चात् उन्हें विभिन्न बैरकों में स्थानान्तरित कर दिया जाता है। अधोहस्ताक्षरी द्वारा जेल अधीक्षक को निर्देश दिया गया कि जिला कारागार के भीतर पर्याप्त मात्रा में कैदियों को मास्क,सैनिटाइजर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
अधीक्षक कारागार को निर्देश दिया गया कि कारागार में भीड़ इकट्ठा न हो, इसका ध्यान रखा जाय। ठंढ से बचाव हेतु कैदियों को पर्याप्त मात्रा में कम्बल दिये जाय तथा अलाव की व्यवस्था करायी जाय। आीक्षक कारागार द्वारा अधोहस्ताक्षरी को बताया गया कि कैदियों के ठंढ से बचाव हेतु पर्याप्त मात्रा में कम्बल दिया गया है तथा अलाव की व्यवस्था पुरुष एवं महिला बैरकों में करायी गयी है। कैदियों के ठंढ से बचाव हेतु पूरा ध्यान दिया जा रहा है। किसी भी कैदी को कोई शिकायत नहीं है।
जेल अधीक्षक द्वारा पूछ ताछ के दौरान बताया गया कि कैदियों से मुलाकातियों के मिलने का कार्यक्रम कोरोनों के बढ़ते प्रकोप एवं शासन द्वारा जारी दिशा निर्देश के क्रम में वर्तमान समय में रोक दिया गया है।
जेल अधीक्षक से पूछ ताछ के दौरान उन्होंने बताया गया कि तीन बन्दियों का जेल अपील होना है, जिसमें एक की अपील कारागार स्तर से तथा शेष 02 की अपील बन्दियों द्वारा अपने प्राइवेट वकील के माध्यम से करा रहे है। अब कोई जेल अपील लम्बित नहीं है।
कारागार में महिला बन्दियों के साथ रह रहे बच्चों को कपड़े देने के सम्बंध में जेल अधीक्षक से पूछ ताछ में उनके द्वारा बताया गया कि बच्चों के लिए 3-3 सेट कपड़े दिये जा चुके है। कारागार में आर0ओं की आवश्यकता है, जिसें शीघ्र आर0ओ0 की व्यवस्था कराने हेतु जेल अधीक्षक को अधोहस्ताक्षरी द्वारा आश्वासन दिया गया।
जेल अधीक्षक को यह भी निर्देश दिया गया कि जेल में लीगल एड क्लीनिक के सम्बंध में रजिस्टर का रख रखाव अद्ययतन रखा जाय।
जेल अधीक्षक को यह भी निर्देश दिया गया कि मुख्य मंत्री बाल सेवा योजना के सम्बंध में सभी कैदियों को जानकारी दी जाय। कोरोनों के दौरान जो भी बच्चे चाहे लड़का हो या लड़की अनाथ हो गये हैं, उनका आन लाइन स्पान्सरशीप का फार्म भरवाये जाय, जिससे उन्हें योजना का लाभ मिल सके। साथ ही साथ कोरोना के दौरान अनाथ हुए बच्चों के लिए शासन द्वारा 4000/- रु0 प्रतिमाह उनके भरण पोषण हेतु दिये जाने की व्यवस्था की गयी है। इस प्रकार जो भी बच्चें ऐसे हों उनकी सूची तैयार कर उन्हें शासन द्वारा दिये जा रहे योजनाओं का भरपूर लाभ दिया जाय तथा इसकी सूचना अधोहस्ताक्षरी को भी दी जाय।
सामान्यः- जिला कारागार मऊ के वर्चुअल निरीक्षण के दौरान किसी प्रकार की कोई कमी परिलक्षित नहीं हुई। कारागार की साफ सफाई, बन्दियों को वैक्सीनेशन कराने, उन्हें दवा इलाज समय से उपलब्ध कराने, ठंढ से बचाव हेतु कम्बल, अलाव जलाने तथा मीनू के अनुसार गुणवत्तायुक्त भोजन दिये जाने हेतु जेल अधीक्षक को निर्देश दिया गया। वर्चुअल निरीक्षण के समय अन्य को प्रकरण संज्ञान मे नही लाया गया, जिसपर किसी कार्यवाही की आवश्यकता है ।