कौशाम्बी पुलिस से प्रताड़ित महिला के साथ हुआ दुष्कर्म, मचा हड़कंप,
10 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद लखनऊ पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी, भेजा जेल
दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ। राजधानी लखनऊ से एक शर्मनाक घटना सामने आयी है, जहां विधानसभा के पास धरने पर बैठी एक महिला ने अपने साथ बलात्कार का आरोप लगाया है। यह महिला सी एम योगी से मिलने आई थी, लेकिन उसे मिलने की इजाज़त नहीं दी गई, जिसके बाद उसने विधानसभा के पास ही धरना देने का निर्णय लिया। इसी बीच, पीड़ित महिला के साथ दुष्कर्म की एक शर्मनाक घटना घटित हुई, जिसके बाद से शहर में हड़कंप मच गया है।
पूरा मामला क्या है….
सुचना के अनुसार, पूर्व में पीड़ित महिला ने कौशांबी से गोरखपुर में जनता दरबार पहुंचकर अपनी समस्या की जानकारी सीएम योगी से साझा की थी। पीड़ित महिला ने बताया कि इस घटना के बाद कौशांबी प्रशासन ने उसको टारगेट किया और उसके साथ दुखद तरीके से व्यवहार किया। इसके परिणामस्वरूप, पीड़ित महिला ने फैसला किया कि वह फिर से लखनऊ जाकर सीएम योगी से मिलने का प्रयास करेंगी। इन सभी घटनाओं की जानकारी देते हुए, उसने विगत 3 अक्टूबर, 2023 को लखनऊ विधानसभा के सामने धरना देना शुरू किया था।
इसके बाद महिला ने मुख्यमंत्री से मिलने की जिद करते हुए वही विधानसभा के सामने रात्रि में धरने पर बैठ गई। धरने पर बैठते समय, देर रात्रि में महिला के साथ बलात्कार की घटना घटी। इसके बाद से ही पुलिस महकमे में हड़कंप फैल गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिला का कहना है कि योगी आदित्यनाथ के सुरक्षा कर्मियों ने उसे मुख्यमंत्री से मिलने की इजाजत नहीं दी।
मीडिया ने उसी मामले की जानकारी प्राप्त करने और पीड़िता की दर्दनाक कहानी को साझा करने का प्रयास किया, तो महिला पुलिसकर्मियों द्वारा मीडिया के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है और मामले की जांच में जुट गई है।
वहीं लखनऊ की हज़रतगंज पुलिस ने कहा कि थाना क्षेत्र हजरतगंज के 1090 चौराहे के पास से महिला को कमजोरी के कारण बेसुध पड़े होते देखने पर पुलिस द्वारा तत्काल एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल में भर्ती कराया गया। तत्काल महिला पुलिस कर्मियों द्वारा जाकर महिला से वार्ता की गई और उनकी लिखित तहरीरी सूचना पर धारा 328, 376 आईपीसी के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किया गया।
पीड़ित महिला ने बताया कि एक व्यक्ति ने मदद के नाम पर उन्हें एक होटल में ले गया, जहां उनके साथ दुष्कर्म हुआ। सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा अभियोग पंजीकृत कर मात्र दस घंटों के भीतर ही करीब 50 से अधिक कैमरा देखकर और लगभग 100 होटल मैनुअली जांचकर घटना का पता लगाया और एक आरोपी मयंक भानु सिंह, पुत्र राम सेवक यादव को जेल भेज दिया गया है।
वर्तमान में, पीड़ित महिला को झलकारी बाई अस्पताल, हजरतगंज, में भर्ती किया गया है, जहां उसका इलाज प्रारंभ हो गया है। पीड़िता की स्थिति स्थिर हो गई है, और अब मीडिया को उससे दूर रखा जा रहा है।