दैनिक इंडिया न्यूज,लखनऊ, 12 अप्रैल । उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर की मां जितना देवी ने गुरुवार की रात राजधानी के मेदांता हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। उनकी तबीयत बिगड़ने पर यहां भर्ती कराया गया था। अपनी मां को खोने के बाद चार दिन में चार लाख का बिल अस्पताल द्वारा बनाए जाने पर मंत्री राजभर ने सवाल उठाए हैं।
राजभर ने कहा कि मां की 22 दिन पूर्व तबीयत बिगड़ने थी और उनका उपचार चल रहा था। चार दिन पूर्व उन्हें दोनों बेटे अरविन्द राजभर व अरुण राजभर से कहा कि लखनऊ मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दो। उन्होंने यहां पर मेदांता अस्पताल में चार दिन पूर्व उन्हें भर्ती कराया। जहां उनकी मौत के बाद मात्र चार दिनों में चार लाख का लम्बा-चौड़ा बिल थामा दिया गया।
राजभर ने अस्पताल प्रबंधन के बिल पर सवाल खड़ा करते हुए उपचार में भी बिना आरोप लगाए ही कहा कि मां यहां बोलते हुए आई थी। अस्पताल में चार दिन में चार लाख का बिल बना दिया लेकिन मां को होश तक नहीं आया। अस्पताल में जांच के नाम पर मोटी फाइल बना डाला है। मंत्री द्वारा मां की मौत के बाद बिल को लेकर उठाए गए सवाल के बाद एक बार फिर से मेदांता अस्पताल सुर्खियों में आ गया है। अस्पताल में पहले भी बिल को लेकर मरीजों के परिजन सवाल उठा चुके हैं। वहीं कई बार तो नोकझोंक तक की नौबत तक पहुंच चुकी हैं।
वहीं पर आम लोगों का कहना है कि सरकार के मंत्रियों को सोचना चाहिए अगर सरकारी अस्पतालों में उनके लिए अच्छी व्यवस्था नहीं हो सकती है तो सामान्य लोगों का क्या होगा यह विचार करने का विषय है।
सीएम योगी ने जताया शोक
योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की । सीएम योगी सोशल साइट एक्स पर लिखा, उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री ओपी राजभर जी की पूज्य माता जी के देहावसान की दुःखद सूचना प्राप्त हुई। प्रभु श्री राम से पूजनीय माता जी की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट करता हूँ।ॐ शांति!
बता दें कि ओपी राजभर की मां जितना देवी का अंतिम संस्कार आज (शुक्रवार को) वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर किया जाएगा। इससे पहले लखनऊ के एक अस्पताल पर अपनी मां के इलाज को लेकर ओम प्रकाश राजभर ने गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि चार दिन में अस्पताल ने चार लाख रुपये ले लिए लेकिन उन्हें होश नहीं आया।