दैनिक इंडिया न्यूज़ लखनऊ ।शिक्षा के क्षेत्र मे उत्तर प्रदेश मे एक उच्च स्तरीय तथा विशिष्ट पहचान बनाने वाले प्रमुख संस्थान सी एम एस के विजन 2025 के शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम मे पूर्व छात्र जितेन्द्र प्रताप सिंह अध्यक्ष संस्कृतभारती न्यास अवधप्रान्त व सदस्य, उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद को विशिष्ट अतिथि के रूप सहभागिता कर समस्त शिक्षिकाओं के सम्मुख भारती गांधी संस्थापक चैयरपर्सन ने परिचय प्रदान कर संस्थान द्वारा प्रदत्त गुणात्मक शिक्षण को प्रमाणित किया।
उन्होंने बताया कि जितेन्द्र प्रताप सिंह ने वर्ष 1960 से 1965 तक सी एम एस की राजेन्द्र नगर व महानगर शाखा मे विद्या प्राप्त की। उस काल मे उच्च शिक्षा मानकों को प्राप्त करने पर जितेन्द्र प्रताप सिंह को प्रदत्त विशिष्ट सम्मान प्रमाणपत्रों को 64 वर्ष के अंतराल पश्चात पुनः भारती गांधी ने हस्ताक्षरित कर प्रदान करते हुए अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किआ। वर्ष 1960 से सी एम एस निरंतर विद्या के क्षेत्र मे नवाचार के साथ साथ गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड तथा समस्त उच्च मानकों को प्राप्त करते हुए हजारों लाखों छात्र छात्राओं को जीवन के स्वर्णिम भविष्य को प्राप्त करने मे सफलता पूर्वक सहयात्री की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। शिक्षा के नए आयामों को निरंतर विद्यालय के शिक्षण मे लगे शिक्षकों को आलोकित करने हेतु अंतरराष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला का आयोजन करता रहता है। इसी क्रम मे सीएमएस विजन 2025 के माध्यम से शिक्षण कार्य मे संलिप्त अध्यापकों मे उच्च स्तरीय मानकों को निर्धारित करने के लिए इस प्रकार के आयोजन सम्पन्न किए जा रहे हैं। जितेन्द्र प्रताप सिंह ने भी अपने अनुभव समस्त उपस्थित शिक्षण कार्य मे लगे सम्मानित सुधीजनों से साझा करते हुए कहा कि बाल्यकाल मे जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान करने व चतुर्दिश विकास के लिए मूल रूप से सीएमएस का बड़ा योगदान है।छात्र को विद्यालय परिवार का अभिन्न अंग मानते हुए शिक्षा,चरित्र तथा राष्ट्र निर्माण के लिए अभिसिंचित करने का पवित्र योगदान यह विद्यालय कर रहा है। जितेंद्र प्रताप सिंह अध्यक्ष संस्कृतभारती न्यास अवधप्रान्त ने आज के विजन 2025 के कार्यक्रम मे आमंत्रित करने हेतू भारती गांधी सहित समस्त सीएमएस प्रबंधन,शिक्षकों का अंतर्मन पटल से आभार व्यक्त कर धन्यवाद ज्ञापित किया।