दैनिक इंडिया न्यूज़ 8 अगस्त 2024 लखनऊ ।राष्ट्रीय सनातन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने नाग पंचमी के पावन अवसर पर समस्त राष्ट्रवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा, “भारतीय संस्कृति में नाग पंचमी का पर्व प्रकृति के साथ हमारे गहरे और दिव्य संबंध को दर्शाता है। यह पर्व जीवन के विभिन्न पहलुओं में शक्ति, समृद्धि और संरक्षण की भावना को प्रकट करता है। नाग पूजा का प्रचलन प्राचीन काल से है और यह हमारी धार्मिक परंपराओं का अभिन्न हिस्सा है।
श्लोक के माध्यम से नाग पंचमी की महत्वता को दर्शाते हुए उन्होंने कहा:
“नागेंद्रहाराय त्रिलोकनाथाय च, नागमूलाय च भव्याय च, शिवाय च शिवाय च परं अमृताय च, नाग पंचमी शुभं नमः।”
अर्थात भगवान शिव और नागों की पूजा के महत्व को दर्शाता है, जो सृष्टि के पालनकर्ता और ज्ञान के प्रदाता हैं। शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव की आभूषण के रूप में सर्प और नाग होते हैं, जो उनकी शक्ति और असीमित ज्ञान का प्रतीक हैं। नाग पंचमी के दिन हम इन शक्तियों का सम्मान करते हैं और प्रकृति के साथ हमारे संबंध को पुनः प्रगाढ़ बनाते हैं।
जितेंद्र प्रताप सिंह ने आगे कहा कि नाग पंचमी के अवसर पर देशभर में पारंपरिक खेलों और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन होता है, जो सामाजिक एकता और सौहार्द को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से इस पर्व को शांति और भाईचारे के साथ मनाने की अपील की और नाग पंचमी की शुभकामनाएं दीं।