डॉक्टर हत्याकांड: पोस्टमार्टम में चौंकाने वाले खुलासे, छात्रों का प्रदर्शन

दैनिक इंडिया न्यूज़ 11 अगस्त 2024 कोलकाता — पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी इमारत की चौथी मंजिल पर शुक्रवार सुबह एक महिला डॉक्टर का अर्धनग्न शव मिला। पीड़िता, जो मेडिकल कॉलेज की पोस्ट ग्रेजुएट की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी, की हत्या के बाद उसकी लाश से खून बह रहा था। शव की स्थिति और घटनास्थल पर मिले संकेतों से स्पष्ट होता है कि उसे यौन उत्पीड़न के बाद हत्या की गई।

कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल ने पुष्टि की कि डॉक्टर यौन उत्पीड़न की शिकार थी। उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। न्यायिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें खुलासा हुआ कि पीड़िता के शरीर से खून कई स्थानों से बह रहा था। पुलिस ने पीड़ित के परिवार को आश्वस्त किया है कि अगर उन्हें लगता है कि किसी अन्य एजेंसी से जांच करवाई जाए, तो पुलिस इसके लिए भी तैयार है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मुरलीधर ने कहा कि धारा 103 (1) और 64, बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) 2023 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें हत्या और यौन उत्पीड़न दोनों शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जांच पारदर्शी और सही दिशा में चल रही है।

मेडिकल कॉलेज में बढ़ा तनाव

आरजी कर मेडिकल कॉलेज के छात्रों और डॉक्टरों ने इस जघन्य अपराध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। छात्रों ने कैंडल मार्च निकालते हुए इस घटना के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की। जूनियर डॉक्टरों के एक वर्ग ने अस्पताल में सुरक्षा की कमी के कारण काम बंद करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि केवल आपातकालीन वार्ड ही खुला रहेगा और अन्य सभी विभागों में काम ठप रहेगा। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिखकर 24 घंटे के भीतर कार्रवाई की मांग की है, अन्यथा सेवाएं बंद करने की धमकी दी है।

राज्य सरकार की विफलता पर आलोचना

विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने इस घटना पर गंभीर चिंता जताते हुए सीबीआई जांच और शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की है। भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने आरोप लगाया कि अगर राज्य सरकार के तहत पोस्टमार्टम किया गया तो सच्चाई दब जाएगी। भाजपा नेता अमित मालवीय ने ममता बनर्जी सरकार पर आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस को महिला डॉक्टर की हत्या को ‘ढंकने’ और इसे आत्महत्या के रूप में दिखाने का निर्देश दिया गया था। भाजपा का कहना है कि राज्य सरकार की विफलता ने इस अपराध को अंजाम देने वालों को रोकने में नाकामी साबित की है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को पीड़िता के माता-पिता से मुलाकात की और उन्हें मामले की गहराई से जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में पूरी तरह से पारदर्शिता बरतेगी और न्याय दिलाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने घटनास्थल पर पुलिस की कार्रवाई और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करने का भी आश्वासन दिया।

अस्पताल और पुलिस की कार्रवाई

अस्पताल ने घटना की जांच के लिए 11 सदस्यीय समिति गठित की है। इस समिति में चिकित्सा कॉलेज के अधिकारी और अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं। कोलकाता पुलिस ने भी अपराध की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है, जिसमें हत्या विभाग के सदस्य और अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं। पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया गया और हत्या की गई, और सच्चाई छिपाने की कोशिश की जा रही है।

इस घटना ने राज्य सरकार की सुरक्षा व्यवस्था और आपातकालीन प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं, और कोलकाता में सुरक्षा के मुद्दे को फिर से संज्ञान में लाया है। सभी की निगाहें अब इस मामले पर हैं, और उम्मीद की जा रही है कि जल्दी ही न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।

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