शिखा सिंह
दैनिक इंडिया न्यूज, गोरखपुर, 06/09/2024,गोरखपुर वन प्रभाग के कैंपियरगंज रेंज के भारीवैसी में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुनिया के पहले जटायु राज गिद्ध संरक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने रामायण काल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जटायु ने धर्म, नारी गरिमा और सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि जटायु का बलिदान आज भी हमारे लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हमारे पूर्वजों ने हमारी परंपराओं के लिए अपना सब कुछ बलिदान कर दिया था। वर्तमान में, जटायु की पीढ़ी की रक्षा और संरक्षण के लिए यह केंद्र स्थापित किया गया है।
रामायण काल का संदर्भ
मुख्यमंत्री ने रामायण काल का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि तुलसीदास जी ने गिद्धराज जटायु की शौर्यगाथा को उल्लेखित किया है। जटायु ने माता सीता की वाणी को सुनकर उन्हें पहचान लिया और राक्षस रावण से मुकाबला किया। यह केंद्र गिद्धों की रक्षा के प्रति हमारी कृतज्ञता का प्रतीक है।
केंद्र की लागत और सुविधाएं
जटायु संरक्षण और प्रजनन केंद्र की स्थापना में कुल 2 करोड़ 80 लाख 54 हजार रुपए की लागत आई है। इसमें ब्रीडिंग एवरी, होल्डिंग एवरी, हॉस्पिटल एवरी, नर्सरी, वेटनरी सेक्शन, प्रशासनिक भवन, गार्ड रूम, जनरेटर रूम और पाथवे शामिल हैं। इस केंद्र में 6 राज गिद्ध, नर और मादा को लाया गया है और निगरानी सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी।
सोनबरसा थाने का निर्माण
मुख्यमंत्री ने सोनबरसा थाने के भूमि पूजन और शिलान्यास की भी घोषणा की। यह थाना कुल 26 करोड़ 56 लाख रुपए की लागत से बनेगा, जिसमें प्रशासनिक भवन के लिए 17 करोड़ 21 लाख रुपए और आवासीय भवनों के लिए 9 करोड़ 34 लाख रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। यह थाना गोरखपुर के उत्तरी हिस्से में सुरक्षा का नया केंद्र बनेगा और लगभग तीन दर्जन गांवों के लोगों को कानूनी लाभ प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया और जटायु संरक्षण केंद्र की स्थापना को एक ऐतिहासिक कदम बताया।