दैनिक इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली।
राष्ट्रीय सनातन महासंघ के अध्यक्ष जितेन्द्र प्रताप सिंह ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से उनके दिल्ली स्थित आवास पर शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर चर्चा की और इसे सनातन विचारधारा के प्रचार-प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बताया।
जितेन्द्र प्रताप सिंह ने महाकुंभ को विश्व के सबसे बड़े आयोजन के रूप में प्रस्तुत करते हुए, इसके माध्यम से सनातन विचारों को वैश्विक स्तर पर एकात्म संदेश प्रदान करने की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने महाकुंभ के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह आयोजन न केवल आध्यात्मिकता का प्रतीक है, बल्कि वैश्विक एकता और भारतीय संस्कृति की अद्वितीयता को भी प्रदर्शित करता है।
भेंट के दौरान, जितेन्द्र प्रताप सिंह ने 31 दिसंबर 1929 को पूर्ण स्वराज्य की घोषणा और राष्ट्रीय ध्वज की स्वीकृति को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण और अंतरिक्ष विज्ञान में वर्तमान सरकार की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने रक्षामंत्री को इस दिशा में सरकार की अग्रणी भूमिका के लिए बधाई और संगठन की ओर से साधुवाद प्रेषित किया।
इस मुलाकात ने सनातन महासंघ और सरकार के बीच आपसी सहयोग को और मजबूत किया है, जो भारतीय संस्कृति और राष्ट्रहित को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है।