संतुलन और धैर्य बनाए रखने की अपील
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ। राष्ट्रीय सनातन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर समस्त देशवासियों को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। इस अवसर पर उन्होंने सनातन परंपराओं के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह पर्व आत्मचिंतन, संयम और आस्था का प्रतीक है, जो आध्यात्मिक शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।
उन्होंने महाकुंभ में भगदड़ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन परिवारों के प्रति संवेदना जताई जिनके प्रियजन इस हादसे में हताहत हुए हैं। उन्होंने भगवान श्रीराम से प्रार्थना की कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवारों को इस कठिन समय में धैर्य और संबल प्रदान करें।
जितेंद्र प्रताप सिंह ने श्रद्धालुओं से संयम और अनुशासन बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि कुंभ जैसे विशाल आयोजनों में श्रद्धालुओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने जनमानस से आग्रह किया कि धैर्य एवं सतर्कता बनाए रखें, जिससे किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। उन्होंने प्रशासन से भी आग्रह किया कि सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाए, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म केवल आस्था ही नहीं, बल्कि अनुशासन और समाज कल्याण का भी संदेश देता है। ऐसे आयोजनों में प्रत्येक श्रद्धालु की जिम्मेदारी है कि वे धार्मिक परंपराओं का पालन करते हुए अनुशासन बनाए रखें और दूसरों की सुरक्षा का भी ध्यान रखें।