दैनिक इंडिया न्यूज़, 3 feb लखनऊ, सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सेक्टर क्यू, अलीगंज में बसंत पंचमी के पावन पर्व पर भव्य समारोह आयोजित किया गया। इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि पूज्यपाद स्वामी मुक्तिनाथानंद जी, रामकृष्ण मठ, लखनऊ की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सुंदरकांड पाठ, हवन, पूजन एवं विद्यारंभ संस्कार से हुई, जिसमें विद्यालय परिवार, अभिभावकों और विद्यार्थियों ने श्रद्धापूर्वक भाग लिया।
विद्यालय परिसर को पीले पुष्पों और रंग-बिरंगी सजावट से भव्य रूप से अलंकृत किया गया था, जिससे वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति भाव से ओतप्रोत हो गया। विद्यार्थियों ने मां सरस्वती को समर्पित भजन, नृत्य और संगीत प्रस्तुत किए। स्वर साधना के इस अनूठे प्रदर्शन में बच्चों ने मां सरस्वती की आराधना को आत्मसात करते हुए स्वरों का अभ्यास किया। उनकी मधुर ध्वनि इतनी मनमोहक थी कि ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो स्वयं स्वर्ग की अप्सराएं पृथ्वी पर उतर आई हों।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन में बसंत पंचमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए शिक्षा और ज्ञान में मां सरस्वती के आशीर्वाद की महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि यह पर्व केवल पूजा-अर्चना का ही नहीं, बल्कि विद्या, संगीत और कला साधना के प्रति जागरूकता का प्रतीक भी है।
कार्यक्रम के समापन पर हवन की पूर्णाहुति के साथ प्रसाद वितरण किया गया। इस शुभ अवसर पर विद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी और अभिभावक भावविभोर हो गए। पूरे परिसर में भक्ति और सांस्कृतिक उत्साह की अनूठी छटा बिखर रही थी। बसंत पंचमी का यह आयोजन भारतीय संस्कृति एवं परंपराओं को जीवंत बनाए रखने का संदेश देता हुआ भक्तिमय वातावरण में संपन्न हुआ।