
बाराबंकी, दैनिक इंडिया न्यूज़। डॉ. राम मनोहर लोहिया विश्वविद्यालय के तत्वावधान में पढ़ें विश्वविद्यालय, बढ़ें विश्वविद्यालय अभियान के अंतर्गत सीतादेवी पी.जी. कॉलेज, पारिजात धाम, बरौलिया में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में पुस्तक पठन की रुचि विकसित करना, नशामुक्ति को प्रोत्साहित करना और दहेज प्रथा के उन्मूलन का संकल्प लेना था।
शुक्रवार को आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के निदेशक अभिषेक शुक्ला ने की। अपने संबोधन में उन्होंने विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने और दहेज न लेने व न देने की शपथ दिलाई। कॉलेज की प्रबंधक सुनंदा शुक्ला ने इस पहल को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि शिक्षा केवल परीक्षा उत्तीर्ण करने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का माध्यम बननी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों में अध्ययन की रुचि विकसित करने के लिए पुस्तक पठन को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
डी.एल.एड. विभाग के गोकरण नाथ पांडेय ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भगवद्गीता एक आध्यात्मिक ग्रंथ होने के साथ-साथ नैतिक मूल्यों और जीवन जीने की कला सिखाने का एक अद्भुत स्रोत है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि डिजिटल युग में मोबाइल और सोशल मीडिया के अत्यधिक उपयोग से युवा पीढ़ी का मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक विकास प्रभावित हो रहा है।
इस अवसर पर पंकज तिवारी, अल्का सैनी, शिल्पा श्रीवास्तव, अनिरुद्ध अवस्थी, विष्णु मौर्य, शशि मिश्रा, भूगोल विभागाध्यक्ष अमरेश वर्मा, रमाकांत यादव, करुणेश तिवारी, धनंजय राय और पंकज शुक्ला सहित कई शिक्षकों एवं अभिभावकों ने अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का संचालन कृषि विभागाध्यक्ष डॉ. ओ.पी. राव ने किया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों और शिक्षकों ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रतिबद्धता जताई और शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया।