
आदर्श व्यापारी एसोसिएशन ने पहलगाम की घटना पर जताया तीव्र विरोध,

मुंशी पुलिया से पॉलिटेक्निक तक निकाला कैंडल मार्च
प्रधानमंत्री से स्पष्ट संदेश:

अब सिर्फ निंदा नहीं, निर्णायक कार्रवाई चाहिए

दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ, 24 अप्रैल। कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की हत्या को लेकर राजधानी लखनऊ के व्यापारी वर्ग का आक्रोश बुधवार की रात सड़कों पर फूट पड़ा। आदर्श व्यापारी एसोसिएशन के बैनर तले लगभग 1000 व्यापारियों ने मुंशी पुलिया से पॉलिटेक्निक चौराहे तक एक विशाल कैंडल मार्च निकाला। यह सिर्फ मोमबत्तियों की लौ नहीं थी, बल्कि उसमें झलक रहा था हर भारतीय का ज्वलंत आक्रोश, जो अब सहन नहीं, संहार चाहता है।
“मन की बात बहुत हो गई, अब गन की बात कीजिए प्रधानमंत्री जी!”
यह शब्द थे आदर्श व्यापारी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश सोनी बात करते हुए फूट पड़े। उन्होंने कहा कि देश के 12 करोड़ व्यापारी अब मूक दर्शक नहीं बने रह सकते। पाकिस्तान द्वारा रची गई इस नापाक साजिश के खिलाफ केंद्र सरकार को निर्णायक कार्रवाई करनी ही होगी।
सायं 7:30 बजे सुख कॉम्प्लेक्स, मुंशी पुलिया, इंदिरा नगर से निकले जुलूस में व्यापारी हाथों में तख्तियां लेकर “भारत माता की जय”, “पाकिस्तान मुर्दाबाद” और “आतंकवाद मुर्दाबाद” के गगनभेदी नारे लगा रहे थे। पूरा क्षेत्र देशभक्ति के नारों से गूंज उठा। रास्ते में स्थानीय लोगों ने भी इस मार्च को समर्थन दिया, जिससे जनाक्रोश की लहर और भी व्यापक होती चली गई।
श्रद्धांजलि सभा में गूंजा साहस और प्रतिशोध का स्वर
पॉलिटेक्निक चौराहे पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में 2 मिनट का मौन रखकर पहलगाम के मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई। लेकिन इसके बाद गूंजा एक ही स्वर – अब जवाब चाहिए, इंतज़ार नहीं। वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि जब तक पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब नहीं दिया जाएगा, ऐसी घटनाएं दोहराई जाती रहेंगी।
व्यापारी बोले:
पाकिस्तान को ऐसा दंड मिले कि इतिहास कांप उठे
अध्यक्ष राजेश सोनी ने आगे कहा, “हम प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से आग्रह करते हैं कि अब सिर्फ कड़े शब्दों में निंदा न की जाए, बल्कि पाकिस्तान को ऐसा दंड मिले जो दुनिया के लिए नज़ीर बन जाए। हमारे व्यापार, हमारे परिवार, हमारी माताओं-बहनों की सुरक्षा अब दांव पर है। सरकार को अब सिर्फ बातें नहीं करनी, बलिदान का बदला देना होगा।”
आह्वान नहीं, अब आदेश चाहिए -राजेश
भारत के हर नागरिक की यही पुकार है।
यह कैंडल मार्च अब केवल एक प्रतीक नहीं है, यह उस ज्वलंत आत्मा की पुकार है जो अपने वीरों की शहादत का बदला मांग रही है। यह संदेश केवल पाकिस्तान को नहीं, भारत सरकार को भी है –
अब चुप्पी नहीं, अब चुप कराना है।
अब सर्जिकल स्ट्राइक नहीं, सामूहिक विनाश की रणनीति चाहिए।
क्योंकि भारत अब वह नहीं रहा जो सहता था, भारत अब वही करेगा – जो इतिहास में लिखा जाएगा।