
आत्मनिर्भर भारत की रक्षा शक्ति को मिलेगा नया आयाम
प्रति वर्ष 100 मिसाइलों के निर्माण की क्षमता, लखनऊ से राष्ट्र रक्षा का नया संकल्प
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ, 11 मई – देश की रक्षा क्षमता को और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 11 मई को लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में अत्याधुनिक ब्रह्मोस मिसाइल निर्माण इकाई का उद्घाटन करेंगे। यह फैक्ट्री भारत को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने वाली एक मील का पत्थर साबित होगी।
लखनऊ की इस अत्याधुनिक ब्रह्मोस निर्माण इकाई में प्रतिवर्ष 80 से 100 मिसाइलों के निर्माण की क्षमता होगी, जो भारतीय सेनाओं को और अधिक घातक एवं सक्षम बनाएगी। यह मिसाइल अपने लक्ष्य को अत्यंत तीव्र गति और सटीकता से भेदने में सक्षम है, जिससे भारत की सैन्य शक्ति को एक नया बल मिलेगा।
यह केवल एक औद्योगिक परियोजना नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की जीवंत मिसाल है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, जो लखनऊ से सांसद भी हैं, ने सदैव अपने संसदीय क्षेत्र को राष्ट्र निर्माण की दिशा में अग्रणी बनाए रखने का संकल्प लिया है। इस मिसाइल फैक्ट्री का शुभारंभ उनकी उसी राष्ट्रसेवा भावना और दूरदृष्टि का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
राजनाथ सिंह ने कई मौकों पर यह स्पष्ट किया है कि एक सशक्त भारत, तभी संभव है जब उसकी सीमाएं सुरक्षित हों और उसके सैनिक अत्याधुनिक हथियारों से सुसज्जित हों। ब्रह्मोस जैसी मिसाइलें भारत की सैन्य नीति को न केवल मजबूती प्रदान करती हैं, बल्कि वैश्विक मंच पर देश की रणनीतिक स्थिति को भी सुदृढ़ करती हैं।
“राष्ट्र की रक्षा, केवल सीमाओं की रक्षा नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक की आकांक्षाओं, स्वाभिमान और भविष्य की रक्षा है।” — यही विचार इस मिसाइल निर्माण इकाई की आधारशिला है।
लखनऊ में निर्मित होने वाली ब्रह्मोस मिसाइलें भारत की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाएंगी और निर्यात के क्षेत्र में भी भारत को एक विश्वसनीय भागीदार बनाएंगी। यह फैक्ट्री स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगी और रक्षा क्षेत्र में तकनीकी विशेषज्ञता विकसित करने में सहायक सिद्ध होगी।
इस ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रभक्ति, स्वदेशी निर्माण और भारत की रक्षा सामर्थ्य के अद्भुत संगम का साक्षी बनेगा लखनऊ — जहां से उठेगा आत्मनिर्भर और अभेद्य भारत का उद्घोष।