शिक्षा के माध्यम से सर्वांगीण विकास की ओर बढ़ता भारत-सीएम

मेधावी छात्रों और विजेता खिलाड़ियों का हुआ सम्मान-जितेंद्र प्रताप सिंह

दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ। शिक्षा को केवल पाठ्यक्रम तक सीमित न रखते हुए, उसके माध्यम से विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास का लक्ष्य सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इसी दृष्टिकोण को मूर्त रूप देने हेतु माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को देशभर में लागू किया गया, जिससे शिक्षण व्यवस्था में व्यापक परिवर्तन की नींव पड़ी।

इसी क्रम में आज लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में केंद्रीय एवं राज्य स्तरीय बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया। यह आयोजन न केवल विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत और समर्पण का सम्मान था, बल्कि उनके शिक्षकों और अभिभावकों की भूमिका को भी सराहा गया।

कार्यक्रम के दौरान 68वीं राष्ट्रीय विद्यालयी खेल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को ‘मुख्यमंत्री विद्यालयी खेल पुरस्कार’ प्रदान किए गए। साथ ही, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के नवीन भवनों का शिलान्यास कर प्रदेश में शिक्षा के बुनियादी ढांचे को और सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।

इस अवसर पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में— अवनीश कुमार सिंह, उमेश द्विवेदी, मुकेश शर्मा, रामचंद्र प्रधान (विधान परिषद सदस्य), जितेंद्र प्रताप सिंह (अध्यक्ष, संस्कृतभारती न्यास, अवध प्रांत), मनोज कुमार सिंह (मुख्य सचिव), दीपक सिंह (अपर मुख्य सचिव), कंचन वर्मा (महानिदेशक, माध्यमिक एवं बेसिक शिक्षा), महेन्द्र देव (निदेशक, माध्यमिक शिक्षा), तथा शिवलाल (सचिव, माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद) ने अपने विचार व्यक्त किए।

इसी कड़ी में, संस्कृतभारती न्यास, अवध प्रांत के अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विचारों का समर्थन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जिस प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता के साथ शिक्षा क्षेत्र को नई दिशा दे रहे हैं, वह अत्यंत प्रशंसनीय है। उनकी दूरदृष्टि न केवल विद्यार्थियों को ज्ञान और संस्कार से समृद्ध करेगी, बल्कि शिक्षकों और अभिभावकों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनेगी।

उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी राष्ट्र की रीढ़ होती है, और मुख्यमंत्री द्वारा उसे नीति और क्रियान्वयन की प्राथमिकता बनाना भारत में एक सकारात्मक क्रांति की ओर संकेत करता है। यह नई सोच भारत के भविष्य को सशक्त आधार प्रदान करेगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए नैतिक, सांस्कृतिक व बौद्धिक उन्नयन का मार्ग प्रशस्त करेगी।

समारोह में उपस्थित सभी मेधावी विद्यार्थियों और खिलाड़ियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी गईं। उनके गुरुजनों और अभिभावकों को भी उनके अथक परिश्रम के लिए हार्दिक बधाई प्रेषित की गई।

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