बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का ऊर्जा मंत्री ए. के. शर्मा ने किया निरीक्षण, कटान रोकने और राहत कैंप लगाने के दिए निर्देश

परसिया, हाहा नाला और धरमपुर बिंदटोलिया में जनता से सीधा संवाद कर समस्याएं सुनीं

प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने और सिंचाई विभाग को तत्काल कार्रवाई के निर्देश

दैनिक इंडिया न्यूज़,मऊ, उत्तर प्रदेश। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए. के. शर्मा ने गुरुवार को मऊ जनपद के परसिया, हाहा नाला और धरमपुर बिंदटोलिया जैसे बाढ़ प्रभावित व संवेदनशील क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर बढ़ते जलस्तर और कटान की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने प्रशासनिक और तकनीकी अधिकारियों को तत्काल राहत और सुरक्षा के लिए सतर्क और सक्रिय रहने के निर्देश दिए।

मंत्री ने कहा, “प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में सरकार जनता के साथ खड़ी है। राहत, बचाव और पुनर्वास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।”

कटान को लेकर जताई चिंता, तटबंध पर पत्थर लगाने के निर्देश

विशेष रूप से बिंदटोलिया क्षेत्र में हो रही कटान को लेकर मंत्री ने गहरी चिंता व्यक्त की और सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को मौके पर ही तटबंध को पत्थरों से सुदृढ़ करने का कार्य तत्काल प्रारंभ करने का आदेश दिया।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2021 में भी मंत्री ने इस क्षेत्र का निरीक्षण किया था और उनके निर्देश पर ही तटीय इलाके में पत्थर व ठोकर डाली गई थी, जिससे इस बार की बाढ़ में काफी राहत मिली है। ग्रामीणों ने ठोकर को और आगे बढ़ाने का अनुरोध किया, जिस पर मंत्री ने सकारात्मक आश्वासन देते हुए कहा कि “जनता की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसमें कोई समझौता नहीं होगा।”

जनता से सीधा संवाद, समस्याओं के तत्काल समाधान के निर्देश

निरीक्षण के दौरान ऊर्जा मंत्री सीधे बस्तियों में पहुंचे, लोगों से संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिया कि तत्काल राहत कैंप लगाए जाएं और सभी शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान सुनिश्चित किया जाए।

उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री, दवाएं, स्वच्छ पेयजल, शौचालय और बिजली जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं हर हाल में उपलब्ध कराएगी।

प्रशासन अलर्ट मोड पर, 24×7 निगरानी के निर्देश

ऊर्जा मंत्री ने निर्देश दिया कि बाढ़ संभावित क्षेत्रों में 24 घंटे निगरानी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, राहत और बचाव दल पूरी तरह मुस्तैद रहें और जलस्तर में वृद्धि की स्थिति में तत्काल सुरक्षात्मक कदम उठाए जाएं। उन्होंने सभी विभागों से आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा।

जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की उपस्थिति

इस मौके पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन, नगर निकाय, सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण, एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

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