

दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “भारत की आत्मा गांवों में बसती है। यदि गांव समृद्ध और आत्मनिर्भर होंगे तो प्रदेश भी आत्मनिर्भर बनेगा और विकसित भारत-विकसित उत्तर प्रदेश का संकल्प स्वतः साकार होगा।” मुख्यमंत्री ने यह बात नवरात्रि के पावन अवसर पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में कही। इस दौरान उन्होंने वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के लगभग 57 हजार ग्राम प्रधानों और सदस्यों से संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने ग्राम प्रधानों को विकसित उत्तर प्रदेश @2047 अभियान से जोड़ते हुए कहा कि वर्ष 2047 तक प्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए स्पष्ट रोडमैप तैयार किया गया है, जिसमें अर्थ शक्ति, सृजन शक्ति और जीवन शक्ति तीन प्रमुख थीम रखी गई हैं। उन्होंने ग्राम प्रधानों से अपील की कि वे पंचायत बैठकों में इस संकल्प को चर्चा का विषय बनाएं और समर्थ पोर्टल पर अधिक से अधिक सुझाव भेजें।
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश पिछड़ेपन और अव्यवस्था से जूझ रहा था, लेकिन पिछले आठ वर्षों में सुशासन, स्थिरता और विकास की नई पहचान बनी है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था 13 लाख करोड़ से बढ़कर 35 लाख करोड़ रुपये हो चुकी है और प्रति व्यक्ति आय 43 हजार से बढ़कर 1.20 लाख रुपये तक पहुंच गई है।
संवाद के दौरान कई ग्राम प्रधानों ने अपने अनुभव साझा किए। श्रावस्ती, कौशाम्बी, बरेली, अलीगढ़, अयोध्या, बांदा, शाहजहांपुर और रामपुर की ग्राम पंचायतों ने बताया कि योजनाओं के प्रभाव से गांव अब आत्मनिर्भरता, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और स्वच्छता की नई मिसालें पेश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब करोड़ों लोगों की ऊर्जा इस यात्रा से जुड़ेगी तो विकसित भारत-2047 का सपना एक विराट जन-आंदोलन के रूप में साकार होगा। उन्होंने ग्राम प्रधानों से आह्वान किया कि वे “ग्रामोदय से राष्ट्रोदय” की राह पर आगे बढ़ें और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सशक्त व आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की नींव रखें।