
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान से नई ऊर्जा के साथ जुड़ रहा प्रदेश

दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ, 17 अक्टूबर 2025:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ अभियान को नई दिशा और गति मिल रही है। भारत की एकता, अखंडता और सुरक्षा को सुनिश्चित करते हुए देश को विकसित भारत बनाने की दिशा में निरंतर कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी कुछ तत्व ऐसे हैं जो अंग्रेजों की ‘फूट डालो और राज करो’ नीति को अपनाकर समाज में जाति, धर्म और सम्प्रदाय के नाम पर विभाजन फैलाने का प्रयास करते हैं। राज्य सरकार समाज को इन साजिशों से सतर्क करते हुए सामाजिक एकता को सशक्त बना रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती समारोह अभियान के अवसर पर आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल आधुनिक भारत के शिल्पी थे, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद 563 देशी रियासतों को भारत गणराज्य में विलय कर देश की एकता को अक्षुण्ण बनाया।
योगी जी ने कहा कि “प्रधानमंत्री मोदी जी ने 31 अक्टूबर — सरदार पटेल की जयंती — को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लेकर देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया है।”
उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर ‘रन फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा 1 नवम्बर से 26 नवम्बर तक हर विधानसभा क्षेत्र में 8 से 10 किलोमीटर की पदयात्रा आयोजित होगी, जिसमें किसान, श्रमिक, विद्यार्थी, एनएसएस, एनसीसी और स्काउट-गाइड जैसे संगठन शामिल होंगे।
पदयात्रा के दौरान प्रत्येक दो किलोमीटर पर संवाद सभाएं आयोजित होंगी ताकि राष्ट्रीय एकता और जागरूकता का संदेश जन-जन तक पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 नवम्बर संविधान दिवस और 6 दिसम्बर डॉ. भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर युवा देश की एकता और संविधान के प्रति अपनी वचनबद्धता को दोहराएं।
योगी ने आगे कहा कि प्रदेश में स्वदेशी मेले आयोजित किए जा रहे हैं ताकि स्थानीय कारीगरों, हस्तशिल्पियों और महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को प्रोत्साहन मिल सके। प्रधानमंत्री के ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को मजबूत करना ही आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ठोस कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “आज भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और शीघ्र ही तीसरी सबसे बड़ी बनने की ओर अग्रसर है। वर्ष 2047 तक विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब हर नागरिक इस अभियान का सहभागी बने।”