
दैनिक इंडिया न्यूज़, बलिया।लोगों की सुरक्षा में दिन-रात तत्पर रहने वाले पुलिस अधिकारी कभी-कभी अपने ही कर्तव्य पथ पर घायल हो जाते हैं। बलिया जनपद के नगरा थाना क्षेत्र में गुरुवार की रात ऐसा ही एक दर्दनाक दृश्य देखने को मिला, जब प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान डीजे ट्राली की चपेट में आने से नगरा थानाध्यक्ष अजय कुमार त्रिपाठी गंभीर रूप से घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, लक्ष्मी पूजन के बाद मुस्लिम बस्ती में डीजे की तेज आवाज और नाच-गान से परेशान स्थानीय लोगों ने थाने पर शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत का संज्ञान लेते हुए थानाध्यक्ष अजय कुमार त्रिपाठी बिना विलंब किए स्वयं मौके पर पहुंचे, ताकि शांति और सौहार्द बना रहे। उन्होंने युवकों को साउंड बंद करने का निर्देश दिया और ट्राली को आगे बढ़ाने के लिए कहा।
लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था — जैसे ही वह संकरे रास्ते से दीवार से सटे निकल रहे थे, डीजे ट्राली अचानक चल पड़ी और वे दीवार तथा ट्राली के बीच फंस गए। तेज आवाज के बीच चालक उनकी चीख नहीं सुन पाया और थानाध्यक्ष लगभग पांच मीटर तक घसीटते चले गए।
मौके पर मौजूद लोगों ने जब यह भयावह दृश्य देखा, तो चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। किसी तरह वाहन को रोककर उन्हें बाहर निकाला गया। उनकी हंसुली (कॉलर बोन) और तीन पसलियां टूट चुकी थीं।
स्थानीय चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए पहले जिला अस्पताल बलिया और फिर वहां से लखनऊ के वेदांता अस्पताल रेफर कर दिया।
घटना के बाद पूरे नगरा थाना क्षेत्र में गम और चिंता का माहौल है। पुलिसकर्मी और स्थानीय नागरिक उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं। थानाध्यक्ष की तत्परता और जिम्मेदारी ने एक बार फिर यह साबित किया कि वर्दी के पीछे एक ऐसा इंसान होता है, जो समाज की शांति के लिए अपनी जान की परवाह नहीं करता।
