
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बांटी आशा की सौगात, पहले ही दिन 5,220 ज़रूरतमंदों को मिला निःशुल्क इलाज

दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ।विकास नगर के मिनी स्टेडियम में आयोजित अटल स्वास्थ्य मेला-6 केवल एक स्वास्थ्य शिविर नहीं, बल्कि सेवा, संवेदना और मानवीय करुणा का ऐसा विराट मंच बनकर उभरा, जहाँ हर चेहरे पर उम्मीद और राहत की चमक दिखाई दी। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती एवं जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित इस वृहद आयोजन का शुभारंभ उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने किया। केंद्रीय रक्षा मंत्री एवं लखनऊ सांसद श्री राजनाथ सिंह की प्रेरणा और भाजपा वरिष्ठ नेता डॉ. नीरज सिंह के संयोजन में आयोजित इस मेले ने पहले ही दिन हजारों लोगों के जीवन में राहत का संचार किया।

उपमुख्यमंत्री ने मंच से नहीं, बल्कि जनता के बीच जाकर सेवा का संदेश दिया। उन्होंने दिव्यांगजनों को ट्राईसाइकिल, इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर, बैसाखी, श्रवण यंत्र, चश्मे एवं अन्य सहायक उपकरण वितरित किए और स्वयं अस्पतालों के स्टॉलों पर जाकर मरीजों से संवाद किया। मरीजों की आंखों में आभार और चेहरे पर संतोष स्पष्ट झलक रहा था, मानो शासन की संवेदनशीलता पहली बार इतनी नज़दीक से महसूस की जा रही हो।

अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पूर्व सांसद रमापति राम त्रिपाठी, स्वास्थ्य मेला संयोजक डॉ. नीरज सिंह, भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी और विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा ने श्रद्धा के साथ उन्हें नमन किया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि “अटल जी भले ही शारीरिक रूप से हमारे बीच न हों, लेकिन उनका आशीर्वाद आज भी जन-जन को संबल दे रहा है। डबल इंजन की सरकार उनके सपनों को साकार करते हुए सेवा के इस पथ पर निरंतर अग्रसर है।”

उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के संकल्प की नींव स्वस्थ समाज से ही मजबूत होगी। यही कारण है कि इस मेले में वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड, महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाएं तथा हर वर्ग के लिए निःशुल्क जांच और उपचार की व्यवस्था की गई है। यह मेला सत्ता नहीं, बल्कि सेवा की जीवंत अभिव्यक्ति है।

स्वास्थ्य मेला संयोजक डॉ. नीरज सिंह ने भावुक स्वर में कहा कि “लखनऊ अटल जी की कर्मभूमि रही है। अंत्योदय के भाव से हम प्रतिवर्ष यह स्वास्थ्य मेला आयोजित करते हैं ताकि कोई भी ज़रूरतमंद इलाज से वंचित न रहे। वर्ष 2019 से प्रारंभ यह मेला आज हजारों लोगों के लिए जीवन रेखा बन चुका है।” उनके शब्दों में सेवा के प्रति समर्पण और सामाजिक उत्तरदायित्व की स्पष्ट झलक दिखाई दी।
पूर्व सांसद रमापति राम त्रिपाठी ने इस अवसर को आत्ममंथन का क्षण बताते हुए कहा कि समाज को केवल योजनाओं की नहीं, बल्कि संवेदनशील सहभागिता की आवश्यकता है। वहीं मुकेश शर्मा ने कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में लखनऊ ने विकास के साथ-साथ सेवा के क्षेत्र में भी अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की है और अटल स्वास्थ्य मेला इसका सशक्त उदाहरण है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एन.बी. सिंह ने बताया कि मेले के पहले दिन ही 5,220 लोगों ने निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया। इस दौरान 50 अल्ट्रासाउंड, 40 ईसीजी, 25 इको जांचें की गईं।
इसके साथ ही 35 दिव्यांगजनों को ट्राईसाइकिल व व्हीलचेयर, 110 श्रवण यंत्र और 715 चश्मे वितरित किए गए। बच्चों का टीकाकरण, परिवार नियोजन परामर्श और साधनों का वितरण भी व्यापक स्तर पर किया गया।
मेले में एसजीपीजीआई, मेडिकल कॉलेज सहित लगभग 100 से अधिक सरकारी एवं निजी अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों ने सहभागिता की है। मेदांता, अपोलो मेडिक्स, चंदन, मेयो, मैक्स, रीजेंसी, सहारा, एरा मेडिकल कॉलेज, टी.एस. मिश्रा मेडिकल कॉलेज, इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज, नारायण सेवा संस्थान, लखनऊ कैंसर हॉस्पिटल सहित अनेक प्रतिष्ठित संस्थान अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
हृदय रोग, कैंसर, नेत्र, दंत, गुर्दा, त्वचा, श्वास, हड्डी, मधुमेह, मानसिक स्वास्थ्य से लेकर आयुर्वेद, योग, यूनानी, होम्योपैथी और नशा उन्मूलन तक—स्वास्थ्य का कोई भी आयाम इस मेले से अछूता नहीं रहा। पैथोलॉजिकल जांचों से लेकर रेडियोलॉजी सेवाओं तक सब कुछ निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है।
मीडिया प्रभारी प्रवीण गर्ग ने बताया कि इस अवसर पर महापौर सुषमा खर्कवाल, पूर्व सांसद अशोक वाजपेयी, विधायक ओ.पी. श्रीवास्तव, योगेश शुक्ला, एमएलसी अवनीश सिंह, महामंत्री पुष्कर शुक्ला सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित रहे।
अटल स्वास्थ्य मेला-6 ने यह स्पष्ट कर दिया कि जब सेवा सत्ता से ऊपर होती है, तब आयोजन इतिहास बन जाते हैं—और यही अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि है।
