वाचस्पति त्रिपाठी / डी डी इन्डिया न्यूज
मऊ । नोडल अधिकारी/प्रमुख सचिव, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग उ0प्र0 शासन श्री मुकेश कुमार मेश्राम जी द्वारा आज आक्सीजन प्लाण्ट टडियावं, ग्राम पंचायत लैरो बेरूवार विकास खण्ड कोपागंज में गौआश्रय स्थल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मु0बाद गोहना का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी द्वारा पूछा गया कि आक्सीजन प्लाण्ट में आक्सीजन प्रति मिनट कितना बनता है जिसपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा विस्तारपूर्वक इसके बारे में बताया गया। इसके उपरान्त खाली सिलेण्डर एवं उसकी क्षमता के बारे में पूछा गया जिसपर बताया गया कि 16 सिलेण्डर खाली है एवं प्रत्येक की क्षमता 42 लीटर है। इसके उपरान्त नोडल अधिकारी द्वारा हास्पिटल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मेडिको लिगल, रजिस्ट्रेशन, फार्मासिस्ट, एम0ओ0 आफिस, एक्जामिनेशन रूम, ट्रीटमेन्ट रूम, वार्ड रूम, पैथालॉजी, लैवोरेटरी, 10 बेडेड वार्ड, 7 बेडेड वार्ड सहित अन्य वार्डाें को देखा गया। उक्त अवसर पर नोडल अधिकारी द्वारा 10 बेडेड वार्ड में बेड में हैण्डल नही लगा होने पर उसको लगाने के निर्देश दिये। इसके उपरान्त नोडल अधिकारी द्वारा सभी वार्ड का नाम दिवाल पर लिखे होने पर सभी वार्ड के नाम का बोर्ड बनाकर उसके सामने लगाने के निर्देश दिये। नोडल अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि जिस कम्पनी द्वारा हास्पिटल बनाया गया है उससे कन्टेक्ट रखे एवं एक साल के अन्दर जो भी समस्याए आती है उसका सामाधान निशुल्क कराये। इसके उपरान्त नोडल अधिकारी द्वारा गो आश्रय स्थल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान प्रांगण के चारो तरफ पेड़ लगाने के निर्देश दिये जिससे कि गर्मी के मौसम में पशु पेड़ की छाव मे बैठ सकें। इसके उपरान्त नोडल अधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि गौ आश्रय स्थल से किसानो को जोडे़ जिससे कि किसान पशुओं के गोबर के बदले भुसा उपलब्ध कराये। नोडल अधिकारी द्वारा गौआश्रय स्थल के सामने पोखरे के आस-पास पेड लगाने एवं प्रांगण में नेपियर घास लगाने के निर्देश दिये। नोडल अधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मु0बाद गोहना में बने आक्सिजन प्लांट को देखा गया एवं आक्सिजन प्लाण्ट में खिड़की नही लगी होने पर खिड़की लगाने के निर्देश दिये।
उक्त अवसर मुख्य विकास अधिकारी राम सिंह वर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।