दैनिक इंडिया न्यूज़ संवाददाता-धनञ्जय पाण्डेय
मधुबन,मऊ। राष्ट्रव्यापी बेरोजगारी की समस्या के समाधान हेतु युवाओं को स्वरोजगार के प्रति प्रेरित कर आत्मनिर्भर बनाने हेतु सरकार द्वारा संचालित रोजगारपरक योजनाओं के विषय में विस्तृत जानकारी हेतु स्वदेशी जागरण मंच के नेतृत्व में कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें जिला उद्योग केंद्र, खादी ग्रामोद्योग व अन्य कई सरकारी विभागों तथा संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह रामविलास चौबे ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि – अभी भारत में सरकारी, अर्ध सरकारी व प्राइवेट मिलाकर कुल 6 से 7 % नौकरियां हैं, यदि इनमें असंगठित क्षेत्र ठेका, दिहाड़ी व अन्य मिला दिया जाए तो भी 20 से 21% तक है शेष 80% लोग कृषि, लघु कुटीर उद्योगों व स्वरोजगार पर ही आश्रित हैं ।
वर्तमान समय में सामान्य युवा नौकरी विशेषकर सरकारी या बड़ी कंपनियों की नौकरी को ही रोजगार मानते हैं । हमें यह धारणा बदलने की आवश्यकता है नए उद्यम व स्वरोजगार शुरू करने में आड़े आ रही सरकारी तंत्र की लालफीताशाही को दूर कर हमें युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ सामाजिक-पारिवारिक सोच को भी स्वरोजगार के अनुकूल बनाना है। जब तक देश पूर्ण रोजगार युक्त नहीं होता हम पूर्व स्वावलंबन, आत्मनिर्भर भारत व वैश्विक मार्गदर्शक के अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते । जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी वीरेंद्रधर द्विवेदी ने खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना,
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री माटी कला रोजगार योजना के विषय में विस्तृत चर्चा की उन्होंने खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा अनुमन्य उद्योग धंधों की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार के दिशा-निर्देश पर खादी ग्रामोद्योग बोर्ड युवाओं को स्वरोजगार हेतु हर प्रकार की तकनीकी सहायता व प्रशिक्षण हेतु तत्पर है । किसी भी युवा को यदि स्वरोजगार करना है, अपना उद्यम लगाना है तो वह जिला ग्रामोद्योग कार्यालय (अंधा मोड़ भीटी) मऊ आकर संपर्क कर सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ ले सकते हैं ।
जिसमें सरकार द्वारा 25 % से लेकर 35 % तक की सब्सिडी दी जाती है, इसके अतिरिक्त गरीब तबके के लिए बहुत सी योजनाएं 100% सब्सिडी की भी हैं जिनमें सरकार द्वारा निशुल्क मशीनरी उपलब्ध कराई जाती है । जिला उद्योग केंद्र मऊ के सहायक प्रबंधक मृत्युंजय यादव ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि यदि युवा वर्ग स्वरोजगार करने की ठान ले तो अपने घर रहकर किसी भी सरकारी नौकरी करने वाले व्यक्ति से अधिक धनोपार्जन कर सकता है । स्वरोजगार हेतु युवाओं को हर प्रकार की सहायता करने के लिए जिला उद्योग केंद्र तैयार है, यदि किसी युवा के पास स्वरोजगार हेतु पूंजी का अभाव है और उसे और धन की आवश्यकता है तो जिला उद्योग केंद्र बैंकों के माध्यम से कर्ज दिलाने का भी काम करेगा । उन्होंने युवाओं को जिला उद्योग केंद्र (गाज़ीपुर तिराहा) मऊ आकर जिला उद्योग केंद्र द्वारा संचालित योजनाओं को जानने, समझने के लिए आमंत्रित किया।
स्वावलंबी भारत अभियान के जिला समन्वयक, लघु उद्योग भारती के प्रांत अध्यक्ष श्री भरत थरड जी ने कहा कि युवाओं को जॉब सीकर की बजाय जॉब प्रोवाइडर बनने की आवश्यकता है । युवाओं में उद्यमिता, रोजगार व अर्थ सृजन को एक जन आंदोलन बनाना है, युवा श्रम का महत्व समझे यह महती आवश्यकता है । यह अभियान बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी की बजाए स्वरोजगार हेतु उत्प्रेरित करने के लिए चलाया जा रहा है जिसके तहत प्रत्येक जिले में एक रोजगार सृजन केंद्र की स्थापना होगी । कार्यक्रम को भारतीय जनता पार्टी की जिला महामंत्री नूपुर अग्रवाल, स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत संयोजक चंद्र प्रकाश राय, स्वदेशी जागरण मंच के विभाग संयोजक पंकज तिवारी, प्रतिष्ठित उद्यमी आजाद यादव जी ने भी संबोधित किया कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक अमित कुमार गुप्ता ने किया ।