प्रधानमंत्री ने जनपद कानपुर नगर में कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम सेक्शन का शुभारम्भ किया

हरिंद्र सिंह/डीडी इंडिया न्यूज

प्रधानमंत्री जी आज माँ गंगा के तट पर स्थित कानपुर नगर को दोहरा उपहार, मेट्रो रेल
तथा बीना-पनकी मल्टी प्रोडक्ट पाइप लाइन प्रदान करने के लिए आए: मुख्यमंत्री

बिस्तार

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज जनपद कानपुर नगर के निरालानगर स्थित रेलवे मैदान में 11,000 करोड़ रुपये लागत की कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के प्रथम सेक्शन का शुभारम्भ शिलापट्ट का अनावरण कर किया। उन्होंने हरी झण्डी दिखाकर कानपुर मेट्रो रेल को रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने बीना-पनकी मल्टी प्रोडक्ट पाइपलाइन परियोजना को राष्ट्र को समर्पित भी किया।
प्रधानमंत्री जी ने कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर सबसे पहले कानपुर नगर जनपद के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी का स्वागत अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह के रूप में कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का मॉडल भेंटकर किया। कार्यक्रम के दौरान कानपुर मेट्रो रेल परियोजना तथा बीना-पनकी मल्टी प्रोडक्ट पाइपलाइन पर केन्द्रित फिल्में भी प्रदर्शित की गयीं। इससे पूर्व, प्रधानमंत्री जी ने आई0आई0टी0 मेट्रो रेल स्टेशन पर कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के सम्बन्ध में आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। वे कानपुर मेट्रो रेल से यात्रा करने वाले पहले यात्री बने। उन्होंने कानपुर मेट्रो रेल से आई0आई0टी0 मेट्रो स्टेशन से गीतानगर मेट्रो स्टेशन तक यात्रा की।
प्रधानमंत्री जी ने इस अवसर पर अपने सम्बोधन में ऋषि-मुनियों की तपस्थली, स्वतंत्रता सेनानियांे, क्रांतिवीरों की प्रेरणा स्थली, आजाद भारत के औद्योगिक सामर्थ्य को ऊर्जा देने वाले कानपुर को नमन करते हुए कहा कि कानपुर ने पं0 दीन दयाल उपाध्याय, श्री सुन्दर सिंह भण्डारी, श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी जैसे विज़नरी नेतृत्व को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। कानपुर के लोगों के मिजाज, कनपुरिया अन्दाज, उनकी हाज़िर जवाबी की तुलना नहीं की जा सकती।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के विकास में एक और अध्याय जुड़ रहा है। उन्होंने प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना का शुभारम्भ हो रहा है। साथ ही, बीना रिफाइनरी से कानपुर जुड़ गया है। इससे कानपुर के साथ ही उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों में पेट्रोलियम पदार्थ आसानी से सुलभ होंगे। उन्होंने कहा कि कानपुर वासियों के पहली बार मेट्रो रेल में सफर के उमंग व उत्साह से परिचित होने के लिए उन्होंने कानपुर मेट्रो रेल में सफर किया। यह उनके लिए यादगार रहा।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले सरकार चलाने वालों ने समय की गति नहीं समझी। 21वीं सदी में जिस तरह तेज प्रगति करने की जरूरत थी, उस अमूल्य समय को गवां दिया गया। क्योंकि विकास उनकी प्राथमिकता नहीं थी, उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए प्रतिबद्धता नहीं थी। आज की डबल इंजन की सरकार उस समय के हुए नुकसान की भरपाई करने में जुटी है, डबल स्पीड के साथ कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे, सबसे पहला रीजनल रैपिड रेल सिस्टम, डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर का हब बनने वाला है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि अवैध हथियारों के लिए कभी बदनाम रहा उत्तर प्रदेश वर्तमान में देश की सुरक्षा के लिए डिफेंस कॉरिडोर बना रहा है। फर्क साफ है, यह फर्क योजनाओं-परियोजनाओं का ही नहीं, काम करने के तरीके का भी है। डबल इंजन की सरकार काम पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर देती है। कानपुर मेट्रो रेल, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे सहित अनेक परियोजनाओं का शिलान्यास तथा शुभारम्भ डबल इंजन की सरकार ने किया।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पूरब हो या पश्चिम या यह क्षेत्र, हर परियोजना को समय पर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। परियोजना के समय पर पूरी होने पर पैसे का सही इस्तेमाल होता है, देश को पूरा लाभ प्राप्त होता है। उन्हांेने कहा कि टैªफिक जाम से कानपुर के लोगों का समय और पैसा बर्बाद होता था। कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के 09 किलोमीटर के प्राथमिक सेक्शन के शुरु होने से यह शिकायतें दूर होने की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना की चुनौतियों के बावजूद कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के प्राथमिक सेक्शन का शुरु होना सराहनीय है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आजादी के बाद यह सोच थी कि जो कुछ नया, अच्छा होगा, देश के दो-तीन बड़े शहरों में होगा। बड़े शहरों के अलावा अन्य शहरों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। पहले की सरकार इन शहरों की ताकत और आकांक्षाओं को समझ ही नहीं पायी। उनकी विकास की नीयत नहीं थी। अब हमारी सरकार द्वारा इन शहरों में कनेक्टिविटी, शिक्षा के बड़े संस्थान, बिजली, पानी, सीवेज़ का काम किया जा रहा है। आज कानपुर मेट्रो रेल के पहले चरण का लोकार्पण हुआ। आगरा व मेरठ शहरों पर मेट्रो का कार्य चल रहा है। अन्य शहरों में प्रस्तावित है। लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा में जिस तरह मेट्रो का विस्तार हो रहा है, वह अभूतपूर्व है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले उत्तर प्रदेश में कुल जितनी मेट्रो चलती थी, उसकी लम्बाई 09 किलोमीटर थी। वर्ष 2014 से वर्ष 2017 के बीच में यह बढ़कर 18 किलोमीटर हुई। आज कानपुर मेट्रो रेल को मिलाकर उत्तर प्रदेश में मेट्रो रेल की लम्बाई 90 किलोमीटर से अधिक हो गयी है। वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार जिस तरह काम कर रही है, उत्तर प्रदेश कहता है कि फर्क साफ है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 के पहले देश 05 शहरों में मेट्रो रेल की सुविधा थी। आज अकेले उत्तर प्रदेश के 05 शहरों में मेट्रो चल रही है। देश के 27 शहरों में काम चल रहा है। इन शहरों में गरीब, मिडिल क्लास परिवारों को मेट्रो शहरों की सुविधा मिल रही है। शहरी गरीबों का जीवन स्तर ऊंचा करने के प्रयास से टीयर-2 व टीयर-3 शहरों के युवाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है। उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद विकास कार्याें में तेजी आयी है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कोई भी देश अथवा राज्य असंतुलित विकास से आगे नहीं बढ़ सकता। इस असमानता को दूर करना जरूरी है। इसलिए हमारी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के लक्ष्य के अनुरूप कार्य कर रही है। दलित, शोषित, पीड़ित, वंचित, आदिवासी को हमारी सरकार से लाभ मिल रहा है, उन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिन्हें पहले पूछा नहीं गया।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि शहर में रहने वाले गरीबों को भी पहले की सरकार ने नजर अंदाज किया। ऐसे शहरी गरीबों के लिए हमारी सरकार ईमानदारी से काम कर रही है। वर्ष 2017 के पहले के 10 वर्ष में उत्तर प्रदेश में शहरी गरीबों के लिए मात्र 2.5 लाख पक्के मकान बन पाए थे। बीते 4.5 वर्ष में उत्तर प्रदेश सरकार ने शहरी गरीबों को 17 लाख से ज्यादा आवास स्वीकृत किये हैं, इसमें से 9.5 लाख आवास बन भी चुके हैं और बाकियों पर तेजी से काम चल रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारे गांव से बहुत से लोग शहर काम के लिए आते हैं। इनमें से अधिकतर रेहड़ी, ठेला, पटरी पर सामान बेचकर अपना गुजर बसर करते हैं। हमारी सरकार में पहली बार इनकी सुध ली गयी है। इन्हें बैंक से मदद मिले, यह डिजिटल लेन-देन करें, इसके लिए कार्य किया गया है। उत्तर प्रदेश के रेहड़ी, पटरी, ठेले आदि पर कारोबार करने वाले 07 लाख लोगों को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अन्तर्गत 700 करोड़ रुपये दिया जा चुका है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि जनता जनार्दन की आवश्कताओं को समझना, उनकी सेवा करना हम सभी का दायित्व है। डबल इंजन की सरकार उत्तर प्रदेश के लोगों की जरूरत समझते हुए दमदार काम कर रही है। आज हम उत्तर प्रदेश के घर-घर तक ‘हर घर जल मिशन’ से साफ पानी पहंुचाने में जुटे हैं। कोरोना कालखण्ड में उत्तर प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने का काम किया गया।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि पहले की सरकारें जो परियोजनाएं शुरू करती थीं, उसमें घोटाले हो जाते थे। इन सरकारों ने उत्तर प्रदेश के लिए बड़े लक्ष्यों, बड़े विज़न के साथ कार्य नहीं किया। खुद को उत्तर प्रदेश की जनता के प्रति जवाबदेह नहीं माना। डबल इंजन की सरकार पूरी जवाबदेही के साथ कार्य कर रही है। डबल इंजन की सरकार बड़े लक्ष्य तय करना और उसे पूरा करना जानती है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कोई सोच नहीं सकता था कि कानपुर में गंगा जी में गिरने वाला सीसामऊ जैसा विशाल-विकराल नाला एक दिन बन्द हो सकता है। डबल इंजन की सरकार ने यह करके दिखाया है। भारत पेट्रोलियम के पनकी कानपुर डिपो की क्षमता चार गुना से अधिक बढ़ाने से भी राहत मिलेगी। कनेक्टिविटी और कम्युनिकेशन से जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ गैस और पेट्रोलियम पाइप लाइन पर जो काम हुआ है, उसका उत्तर प्रदेश को बहुत लाभ हुआ।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 तक देश में 14 करोड़ एल0पी0जी0 गैस कनेक्शन दिये गये थे। वर्तमान में यह बढ़कर 30 करोड़ से अधिक हो गये हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में लगभग 1.6 करोड़ नये एल0पी0जी0 कनेक्शन दिये गये हैं। पाइप से सस्ती गैस के कनेक्शन पिछले 07 सालों में 09 गुना हो गये हैं। बीते सालों में पेट्रोलियम नेटवर्क का अभूतपूर्व विस्तार किया गया है। बीना-पनकी मल्टी प्रोडक्ट पाइप लाइन इस नेटवर्क को सशक्त करेगी। अब पेट्रोलियम के लिए उत्तर प्रदेश के जनपदों को ट्रकों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। इससे उत्तर प्रदेश के विकास के इंजन को बिना रुके ऊर्जा मिलती रहेगी।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि किसी भी राज्य में निवेश, उद्योगों के फलने-फूलने के लिए कानून-व्यवस्था का राज सबसे जरुरी है। पहले की सरकार में माफियावाद इतना फैला था कि उद्योग चौपट हो गये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कानून-व्यवस्था का राज वापस लाए। अपराधी जमानत खुद रद्द कराकर जेल जा रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश में निवेश बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्लस्टर को बढ़ावा दे रही है। यहां कानपुर में मेगा लेदर क्लस्टर को मंजूरी दी जा चुकी है। यहां के युवाओं का कौशल विकास करने के लिए फजलगंज में टेक्नोलॉजी सेन्टर की स्थापना हुई है। डिफेंस कॉरिडोर हो या फिर ओ0डी0ओ0पी0 योजना इनका लाभ कानपुर के उद्यमियों को मिल रहा है। केन्द्र सरकार में ईंज ऑफ डुइंग बिजनेस बढ़ाने के लिए लगातार काम हो रहा है। नई इकाइयों के लिए कॉरपोरेट टैक्स में कटौती करना हो, जी0एस0टी0 दरों में कमी करना हो या ढेर सारे कानूनों के जाल को समाप्त करना हो, इसी दिशा में कदम उठाए गये हैं। नये क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने प्रोडक्ट लिंक इन्सेंटिव देना शुरु किया है।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि जिन दलों की आर्थिक नीति भ्रष्टाचार हो, बाहुबलियों का संरक्षण हो, वह उत्तर प्रदेश का विकास नहीं कर सकते। ऐसे दल महिला सशक्तीकरण के कदमों, तीन तलाक, लड़कों-लड़कियों की शादी की समान आयु का भी विरोध करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के काम को देखकर कहते हैं कि यह हमने किया था। बीते दिनों जो बक्से भर-भर के नोट मिले हैं, उसके बाद भी क्या यह यही कहेंगे।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि कानपुर वाले व्यापार-कारोबार को अच्छे से समझते हैं। वर्ष 2017 से पहले भ्रष्टाचार का जो इत्र पूरे उत्तर प्रदेश में छिड़क रखा था, वह सबके सामने आ गया है। उत्तर प्रदेश के लोग प्रदेश का विकास करने वाले, प्रदेश को नई ऊंचाई तक पहुंचाने वाले के साथ हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रधानमंत्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी आज माँ गंगा के तट पर स्थित कानपुर नगर को दोहरा उपहार, कानपुर में यातायात की अत्याधुनिक सुविधा मेट्रो रेल तथा बीना-पनकी मल्टी प्रोडक्ट पाइप लाइन प्रदान करने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि माँ गंगा की निर्मलता और अविरलता के लिए ‘नमामि गंगे’ परियोजना का सबसे क्रिटिकल प्वाइंट कानपुर का सीसामऊ नाला था। 02 वर्ष पूर्व ‘नमामि गंगे’ परियोजना के माध्यम से प्रधानमंत्री जी की दूरदर्शिता से इस क्रिटिकल प्वाइंट को निर्मलता की ओर अग्रसर करके कानपुर व सनातन धर्म के गौरव को पुनर्स्थापित करने का कार्य सम्पन्न हुआ।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कानपुर कभी प्रदेश व देश का प्रमुख औद्योगिक नगर माना जाता था। स्वार्थ की राजनीति ने इसके औद्योगिक स्वरूप को नष्ट कर दिया। यहां औद्योगिक गतिविधियां बन्द हो गयीं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से दीवारों से निकलने वाली नोट की गड्डियां दर्शा रही हैं कि प्रदेश के विकास का पैसा किन लोगों के पास पहुंच जाता था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का कार्य 12 नवम्बर, 2019 को प्रारम्भ किया गया था। इसे 02 वर्ष 02 माह में पूरा होना था। लेकिन इसके भौतिक कार्य को 02 वर्ष से भी 02 दिन पहले 10 नवम्बर, 2021 को पूर्ण कर लिया गया। आवश्यक क्लीयरेंस में लगे समय के बाद आज प्रधानमंत्री जी द्वारा इसका शुभारम्भ हो रहा है। कानपुर मेट्रो रेल के प्रारम्भ हो जाने के साथ ही उत्तर प्रदेश सर्वाधिक मेट्रो रेल वाला राज्य बन गया है। यहां 05 शहरों में मेट्रो रेल सेवा संचालित है।
केन्द्रीय आवास, नगर विकास एवं पेट्रोलियम मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि माँ गंगा की कृपा से आज दो बड़ी परियोजनाएं, कानपुर मेट्रो रेल तथा बीना-पनकी मल्टी प्रोडक्ट पाइप लाइन राष्ट्र को समर्पित की जा रही हैं। इन परियोजनाओं में कानपुर के इण्डस्ट्रियल सेक्टर के खोए गौरव को पुनर्स्थापित करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि 11,000 करोड़ रुपये लागत, 37 किलोमीटर लम्बाई की कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का 09 किलोमीटर लम्बा प्राथमिक सेक्शन ऑपरेशनल होने जा रहा है। यह कार्य 02 साल में पूर्ण कर लिया गया, जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के विकास के कार्याें का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानपुर 5वां शहर है, जहां मेट्रो रेल का संचालन प्रारम्भ हो रहा है। 03 अन्य नगरों में मेट्रो रेल परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि 356 किलोमीटर लम्बाई की बीना-पनकी मल्टी प्रोडक्ट पाइप लाइन की लागत 1,524 करोड़ रुपये है।
इस अवसर पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा, प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री श्री सतीश महाना, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री सुश्री नीलिमा कटियार, खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री श्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह (धुन्नी सिंह), कृषि राज्यमंत्री श्री लाखन सिंह राजपूत, सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री श्री अजीत पाल सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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