धनञ्जय पाण्डेय/दैनिक इंडिया न्यूज़
मधुबन, मऊ। आजादी के 75 साल बीतने के बाद भी उत्तर प्रदेश में बने अंग्रेजों के हाथों पुल आज भी लोगों के आवागमन का सहारा बने हुए हैं । ऐसा ही कुछ दृश्य स्थानीय तहसील के फतेहपुर पेट्रोल टंकी स्थित नहर पुल का है। जो अंग्रेजों के जमाने की सौगात के अवशेष के रूप में महज पिलर ही बचे हैं। अंग्रेजी हुकूमत में बने पुल की मजबूती का अंदाजा इस बात से ही लग जाता है कि पुल पर बने पिलर कई साल से मजबूत स्थिति में पड़े हुए हैं, मगर लोहे की रेलिंग गायब हो चुकी हैं। इससे यहां कभी भी हादसा हो सकता है। रेलिंग टूटी होने के बाद भी लोक निर्माण विभाग की ओर से ध्यान नहीं दे रहा है। सुरक्षा की रेलिंग टूट गई है। नहर के पुल पर आने पर अगर कहीं थोड़ी भी चूक होने पर वाहन सीधे खाई में गिरेंगे। सड़क पर इस खतरे के साथ यहां से रात-दिन हजारों की संख्या में वाहन निकल रहे हैं। मुख्य मार्ग होने से भारी वाहनों में ट्रकों के अलावा मुसाफिरों से भरी बसें भी यहां से आती-जाती हैं। पुल की सुरक्षा रेलिंग टूटी होने के कारण दुर्घटना की हर वक्त संभावना बनी रहती है।