धनञ्जय पाण्डेय/दैनिक इंडिया न्यूज़ मधुबन, मऊ । फतेहपुर मंडाव ब्लॉक क्षेत्र अंतर्गत आने वाले ग्रामसभा दुबारी में गांव में पहुंचे सफाईकर्मी अपने आप को साहब समझ निर्देश देते नजर आए। जहां सूट बूट पहनकर खड़े सफाई कर्मी सफाई करने के बजाय हाथ पर हाथ रखकर खड़े होकर तमाशबीन बने रहे। हद तो तब हो गयी जब स्थानीय लोगों ने सफाई की बात करने को बोला तो अपने कर्तव्य को भूल बोले कि हम सफाई कर्मी ही नहीं हैं । लेकिन देखते ही देखते तभी वहा एक खड़े युवक ने अपने फोन से एक तस्वीर ले ली। और वह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। तस्वीर वायरल होते ही सफाई कर्मी के चेहरे के रंग उड़ते नजर आए बाद में स्वीकार किया कि हम सफाई कर्मी हैं साफ करेंगे । अब देखना यह है कि फतेहपुर मंडाव ब्लॉक के ईमानदार अधिकारियों के तरफ से इन नवाबों का किस तरह स्वागत किया जाता है। जहां गांव को स्वच्छ बनाने के लिए ग्राम पंचायत में सफाई कर्मचारियों की सरकार ने नियुक्ति की हैं । लेकिन गांव को स्वच्छ रखने की मंशा को अब पलीता लग रहा है। क्योंकि गांव से सफाई कर्मचारी अब नदारद हो चुके हैं। गांव में कूड़े का अंबार लगता जा रहा है। यहां पर ग्राम पंचायत में सफाई कर्मचारी तो तैनात हैं, लेकिन वह गांव में सफाई करने के लिए आते ही नहीं हैं। आए भी तो साहब बन बैठे। पीएम मोदी स्वच्छता अभियान को बढ़ावा दे रहे हैं और स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर गांव में तैनात स्वच्छता दूर स्वयं अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। दरअसल, कुछ साल पहले प्रदेश सरकार ने गांव को स्वच्छ रखने को लेकर सफाई कर्मियों की नियुक्ति की थी। इससे सरकार की मंशा साफ थी की सफाई कर्मी गांव में रहकर गांव को स्वच्छ बनाने रखने का काम करेंगे, लेकिन नियुक्ति के बाद कुछ दिन तक तो सफाई कर्मियों ने गांव में काम किया। उसके बाद अचानक गांव से नदारद हो गए। ग्रामीणों ने बताया कि अधिकतर गांव में तो सफाईकर्मी आते ही नहीं हैं। गांव वालों को खुद ही सफाई करनी पड़ती है। सफाई कर्मी प्रधान और ब्लॉक कर्मचारियों की मिलीभगत से सेटिंग और गेटिंग के खेल से अब सफाई नहीं करते। फिलहाल जमीनी हकीकत यही है कि सफाई कर्मी अब गांव से नदारद हो चुके हैं। गांव में कूड़े का ढेर लग रहा है। इस संबंध में जिम्मेदारों ने कहा कि अगर किसी गांव से कोई शिकायत आती है तो आरोपी सफाई कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले की जांच भी कराई जाएगी। अब देखना यह है कि आगे ईमानदार अफसरों द्वारा ऐसे लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है।