दैनिक इंडिया न्यूज़ ,हरदोई। जनपद में सारदा नहर लखनऊ मेन ब्रांच स्थित सिकरोहरी नहर कोठी में लगभग 4 एकड़ भूमि पर धान की खेती का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, इस भूमि पर बाउंड्री वॉल के साथ गेट में ताला लगा हुआ है। आश्चर्यजनक रूप से 3 एकड़ में धान की फसल उगाई गई, जिसे असिस्टेंट इंजीनियर (AE) राजेंद्र प्रसाद की शह पर लगाया गया बताया जा रहा है।
मामले की पड़ताल के दौरान पत्रकार बृज भूषण अवस्थी द्वारा पूछताछ किए जाने पर AE राजेंद्र प्रसाद ने पहले कहा कि इस मामले पर कार्यवाही चल रही है। बाद में उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि धान की फसल चोर काट ले गए। हालांकि, सवाल यह उठता है कि जब पूरी भूमि बाउंड्री वॉल से घिरी है और मेन गेट पर ताला लगा हुआ है, जिसकी चाबी स्वयं AE साहब के पास थी, तो चोरी कैसे संभव हुई?
सूत्रों के अनुसार, यह खेल वर्षों से चल रहा है। सबसे बड़ी अनियमितता यह है कि धान की फसल की नीलामी की सूचना किसी भी अखबार में प्रकाशित नहीं की गई, जो नियमों का सीधा उल्लंघन है। इस मामले ने केनाल विभाग में फैले भ्रष्टाचार और मिलीभगत को उजागर कर दिया है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि भूमि पर खेती के नाम पर वर्षों से विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से फसल घोटाला चल रहा है। अब सवाल यह है कि क्या उच्च अधिकारी इस पर उचित जांच करेंगे या यह मामला भी अन्य घोटालों की तरह दबकर रह जाएगा।
जनता और जागरूक नागरिकों ने इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ताकि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके और सरकारी भूमि का दुरुपयोग रोका जा सके।