कीगल एक्सरसाइज की खोज डॉक्टर अर्नाल्ड कीगल द्वारा की गई थी। यह एक्सरसाइज पेल्विक फ्लोर के urinary incontinence को control करने और बच्चे के जन्म के बाद recover होने में हेल्प करती है। लेकिन बहुत कम महिलाएं इस बात को जानती हैं कि यह महिलाओं की पेल्विक मसल्स को मजबूत बनाने में भी हेल्प करती हैं। कीगल एक्सरसाइज पेल्विक एरिया में blood circulation को बढ़ाने के साथ साथ पेल्विक मसल्स को मजबूत रखता है। जिससे पेल्विक की संवेदनशीलता में तेजी आती है।
कीगल एक्सरसाइज क्या है और यह कैसे महिलाओं के लिए फायदेमंद हो सकती है।
पीसी मसल्स, पैरों के बीच पेल्विक के पास होती हैं। इसे करने के लिए अपने घुटनों को मोड़ कर आराम की स्थिति में बैठ जाए। अब आप ध्यान केंद्रित करके पीसी मसल्स को टाइट करके contraction करें। इसे 30 से 50 बार दोहराये। पूरी प्रकिया के दौरान freely सांस लें। इस एक्सरसाइज को करने के दौरान 5 सेकंड के लिए contraction करें और फिर 5 सेकंड के लिए आराम करें। धीरे-धीरे इस समय को बढ़ा कर 10 सेकंड कर दें।इसके अलावा आप कीगल एक्सरसाइज के लिए Glutes bridge एक्सरसाइज भी कर सकती हैं यह भी कीगल एक्सरसाइज ही है। इसे करने के लिए आपको अपने दोनों हाथों को फैलाकर floor पर रखना है। फिर आपको धीरे-धीरे अपने hips को उपर की तरफ उठाना और धीरे-धीरे नीचे लाना है। इसे करते समय आपको इस बात क्या ध्यान रखना है किआपकी कमर पर इसका किसी भी तरह stress नहीं आना चाहिये। आपको hips को उपर push करते वक्त उसे कम से कम 7-10 सेकेंड के लिये hold करना है। इस exercise को करने के लिये आपको किसी equipment की जरूरत नहीं है। आप इसे आसानी से कहीं भी कर सकतीं हैं। इसके आपको 15-20 रेपेटेशन लेने हैं और आपको इसे कम से कम 4 बार करना है।
इस एक्सरसाइज को करने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि इस प्रक्रिया में अपनी थाई, हिप, पेट या अन्य मसल्स शमिल ना हो। क्योंकि इससे आपके ब्लैडर पर दबाव पड़ सकता है। आपको सिर्फ पेल्विक एरिया की मसल्स को contraction करें और सांस को रोकने से बचें।
कीगल एक्सरसाइज के दौरान सावधानी
कीगल एक्सरसाइज को खाली जगह पर ही करें जैसे बेडरूम या बाथरूम। एक्सरसाइज के दौरान पेल्विक एरिया की मसल्स को स्क्वीज करें और तीन की गिनती करके उसे रोकें। ध्यान रखें कि इस एक्सरसाइज को ज्यादा करने के लिए अपने आपको ना धकेलें, उतनी ही करें जितना आप आराम से कर सकती हैं।
कीगल एक्सरसाइज को भरे हुए ब्लैडर के दौरान ना करें, यानी अगर आपको यूरीन की इच्छा हो रही हैं तो इसे करने से बचें, क्योंकि ऐसा करना आपकी मसल्स को कमजोर कर सकता है और ब्लैडर को अधूरा खाली कर देताहै। जिससे आपको यूरीन मार्ग में इंफेक्शन हो सकता है। आइए जानें यह पेल्विक एरिया को मजबूत बनाने के साथ-साथ आपके लिए ओर किस तरह से फायदेमंद हैं।
पेट कम करने में मददगार
कीगल एक्सरसाइज आपके पेट को कम करने में हेल्प करती है। आप इस एक्सारसाइज को दिन में दो से तीन बार कर सकती है। इससे आपके पेट की मसल्स मजबूत होती है। यह एक्सरसाइज जमीन पर लेटकर भी की जा सकती है।
महिलाओं के लिए कीगल एक्सरसाइज के फायदे
गर्भवस्था या डिलीवरी के एकदम बाद महिलाओं में होने वाली urinary incontinence की समस्या से कीगल एक्सरसाइज की हेल्प से काबू पाया जा सकता है। यह pelvis की मसल्स को मजबूत बनाकर incontinence को रोकने में हेल्प करती है। इसके अलावा यह नार्मल डिलीवरी करवाने में भी बेहद हेल्पफूल है।
यूटरस प्रोलेप्स में kigel मददगार
यूटेरिन प्रोलैप्स या कहें यूटरस का बाहर आना (Uterus prolapse in hindi) एक ऐसी समस्या है जिसके बारे में ज्यादातर महिलाओं को पता नहीं होता। इस समस्या में महिलाओं की बच्चेदानी बाहर की ओर आने लगती है। दरअसल,यूटेरिन प्रोलैप्स की ये समस्या 40 के बाद और 50 से 60 की आयु की लगभग आधी महिलाओं को होती है।ज्यादातर देखा गया है, बच्चे के जन्म के बाद पेल्विक फ्लोर मसल्स धीरे धीरे ढीला हो जाता है।उसे अपने आकार में वापस लाने में कीगल एक्सारसाइज हेल्प करती है। इसके अलावा बच्चा होने के बाद महिलाओं में सेक्स इच्छा कम होने के समस्या को फिर से जगाने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
महिलाओं के लिए कीगल व्यायाम उनकी योनि की मांसपेशियों को आराम देने के लिए अच्छा है। संभोग के दौरान जिन महिलाओं को दर्द का अनुभव होता है, उन्हें ये व्यायाम जरूर करना चाहिए। इससे उनकी योनि को सामान्य से ज्यादा खुलने में मदद मिलती है। योनि और पेल्विक फ्लोर में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है, जो महिलाओं में उत्तेजना का स्तर बढ़ाता है।
होम्योपैथिक की माने तो एक मेडिसिन सीपीआ नाम से जाना जाता जो अपने मिरेकल रिजल्ट को लेकर प्रसिद्ध है।
पेल्विक फ्लोर को मजबूत करने में सहायक सप्लीमेंट
पुरुषों को क्यों करनी चाहिए कीगल एक्सरसाइज
कीगल करना पुरुषों के लिए अच्छा सेक्स व्यायाम माना जाता है। इससे उत्तेजना की प्रक्रिया को तेज करने में मदद मिलती है। इस कसरत के दौरान शरीर के निचले हिस्से की मांसपेशियों की कसरत होती है, जिससे इस हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा बना रहता है। सेक्स के दौरान इरेक्टाइल डिसइंफेक्शन की समस्या से ग्रसित पुरुषाों के लिए यह एक्सरसाइज बहुत लाभदायक है।
ऐसा करने से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां उनके ऊर्जा का स्तर बढ़ा सकती हैं। नियमित व्यायाम करने से सेक्सुअल लिबिडो यानी यौन कामेच्छा को बढ़ाया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, सेक्स से कुछ देर पहले अगर कीगल एक्सरसाइज करें, तो इरेक्टाइल डिसइंफेक्शन की समस्या से बचाव के साथ सेक्स की प्रक्रिया को लंबे समय तक चलाना आसान हो जाता है।