दैनिक इंडिया न्यूज़ लखनऊ ।उत्तर प्रदेश पुलिस ने 2024 तक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। राज्य में 01 करोड़ 02 लाख से अधिक स्थानों पर चेकिंग करते हुए 03 करोड़ 68 लाख से अधिक व्यक्तियों को निरुद्ध किया गया।
इस अभियान के अंतर्गत 23,375 अभियोग पंजीकृत किए गए, जबकि 31,517 लोगों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई और 01 करोड़ 39 लाख से अधिक व्यक्तियों को चेतावनी दी गई। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सुरक्षा को लेकर पुलिस बल की कड़ी मेहनत की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक थाने में महिला बीट आरक्षी और महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है। इस पहल के तहत 15,130 महिला पुलिसकर्मियों को नियुक्त किया गया है और 10,378 महिला बीट का आवंटन किया गया है। ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ के तहत सुरक्षा की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 11 लाख 71 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं।
धार्मिक स्थलों पर ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए, 01 लाख 08 हजार 37 लाउडस्पीकर हटाए गए या माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेशों के तहत नियंत्रित किए गए। पुलिस बल ने 31 मई 2017 से 02 अक्टूबर 2024 तक फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से 02 करोड़ 68 लाख से अधिक स्थानों पर सुरक्षा का बेहतर माहौल प्रस्तुत किया है, जो प्रदेश में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने में मील का पत्थर साबित हुआ है।
इस कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने भी संबोधित किया और पुलिस जवानों की प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा में नया मानक स्थापित किया है, जो अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी सुजीत पांडे और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्तर प्रदेश पुलिस की यह मेहनत राज्य की जनता के लिए एक भरोसेमंद सुरक्षा कवच बन चुकी है। इस उपलब्धि से प्रदेश में कानून व्यवस्था सशक्त हुई है और सुरक्षा के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है।