
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) सेक्टर ने राज्य के निर्यात को उल्लेखनीय रूप से बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान में प्रदेश से मुरादाबाद से 15-16 हजार करोड़ रुपये के पीतल उत्पाद, भदोही, मीरजापुर और वाराणसी से 12-14 हजार करोड़ रुपये के कारपेट तथा फिरोजाबाद से 4-5 हजार करोड़ रुपये के ग्लास आइटम्स का निर्यात किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि रोजगार मेलों का आयोजन नियमित रूप से किया जाए। विशेष रूप से सीडी रेशियो में पिछड़े 20-25 जिलों में मार्च-अप्रैल माह में रोजगार मेलों का आयोजन किया जाए, जिसमें विभिन्न कंपनियों को शामिल कर चयनित युवाओं को रोजगार प्रमाणपत्र वितरित किए जाएं। साथ ही, बैंकों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि गांवों में बैंकिंग गतिविधियां संचालित करने वाली बीसी सखियों को उनका कमीशन समय पर मिले।
प्रयागराज महाकुंभ-2025 के आयोजन में बैंकिंग सेक्टर की भूमिका की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न बैंकों ने मेला क्षेत्र में शाखाएं, एटीएम, मोबाइल एटीएम और क्वाइन वेंडिंग मशीनें स्थापित कर श्रद्धालुओं को डिजिटल भुगतान के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने निर्देश दिया कि राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हर 2-3 महीने में तथा जिला स्तरीय बैठक प्रत्येक माह आयोजित हो।
बैठक में अवगत कराया गया कि मार्च 2017 में प्रदेश का कुल बैंकिंग व्यवसाय 12.80 लाख करोड़ रुपये था, जो दिसंबर 2024 में बढ़कर 29.67 लाख करोड़ रुपये हो गया। इसी अवधि में बैंकों द्वारा वितरित ऋण 4.05 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 11.08 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जिससे सीडी रेशियो में 13.43% की वृद्धि दर्ज की गई।
इस अवसर पर शासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं बैंकर्स कमेटी के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।