
घाघरा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में

बाढ़ चौकियों, कंट्रोल रूम और रिजर्व स्टॉक की तैयारियों की ली गई समीक्षा

दैनिक इंडिया न्यूज,मऊ, उत्तर प्रदेश।जिलाधिकारी प्रवीण मिश्र ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक इला मारन के साथ तहसील मधुबन के बाढ़ संभावित और प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और राहत व बचाव कार्यों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि सभी संबंधित विभाग सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहें।
निरीक्षण के दौरान हाहानाला बांध का भी दौरा किया गया, जहां जिलाधिकारी ने जलस्तर की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया। जानकारी के अनुसार, घाघरा नदी अभी खतरे के निशान से लगभग एक मीटर नीचे बह रही है, लेकिन आगामी दिनों में जलस्तर बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
जिलाधिकारी ने रिजर्व स्टॉक की जांच करते हुए सभी आवश्यक सामग्री – जैसे कि राशन, दवाएं, बांस-बल्ले, नावें और तिरपाल – पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इसके साथ ही बिंदटोलिया गांव में चल रहे बचाव कार्यों का निरीक्षण किया गया। गांव के पास बन रहे पुल के कारण खेतों में कटाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग को कटाव की सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए।
राजस्व विभाग को भी पूरी तैयारी के साथ बाढ़ राहत सामग्री के स्टॉक, राहत शिविरों और नियंत्रण कक्ष की कार्यप्रणाली को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने को कहा गया। बाढ़ संभावित इलाकों में नावों एवं नाविकों की उपलब्धता पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया।
निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग मनोज कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान में कोई भी आबादी वाला गांव बाढ़ की चपेट में नहीं है, परंतु घाघरा नदी के जलस्तर में संभावित वृद्धि को देखते हुए पहले से ही सतर्कता बरती जा रही है।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी मधुबन समेत राजस्व विभाग, सिंचाई विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।