
फुटेज खंगालो — ‘एक भी उपद्रवी बचना नहीं चाहिए’, मुख्यमंत्री
दैनिक इंडिया न्यूज़ लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की किसी भी कोशिश को सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई के साथ कुचल देगी। पर्व-त्योहारों के दौरान अशांति फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ अब सहनशीलता समाप्त है — दशहरा बुराई और आतंक के दहन का पर्व है और उपद्रवियों पर ऐसी कार्रवाई की जाए कि वे दोबारा कभी ऐसी गलती करने की हिम्मत न करें।
मुख्यमंत्री ने आज अपने सरकारी आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एडीजी, आईजी, मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक सहित सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश की कानून-व्यवस्था की कडक समीक्षा की। उन्होंने कहा कि हर नागरिक की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और अपराधों के प्रति शून्य सहनशीलता नीति लगातार लागू रहेगी।
हालिया दिनों में कानपुर नगर, वाराणसी, मुरादाबाद, बदायूं, महराजगंज, उन्नाव, सम्भल, आगरा और बरेली में घटित आपत्तिजनक जुलूस व भड़काऊ नारेबाजी को उन्होंने सुनियोजित साजिश करार दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन घटनाओं में शामिल उपद्रवियों के विरुद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज की जाएँ; आयोजक और मास्टरमाइंड की पहचान कर उनकी सम्पत्ति तक की तहकीकात की जाए; और जुलूसों में शामिल एक भी उपद्रवी बख्शा न जाए। वीडियो फुटेज खंगालो, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग करो — और हर उपद्रवी पर सख्त कार्यवाही सुनिश्चित करो।
शारदीय नवरात्र से प्रारम्भ हुए मिशन शक्ति 5.0 की प्रगति से संतोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने गरबा-डांडिया जैसे आयोजनों में बहरूपिये व अराजक तत्वों की घुसपैठ रोकने के कड़े निर्देश दिए। महिला सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि छेड़खानी, चेन स्नैचिंग, एसिड अटैक जैसी घटनाओं पर न केवल थाने और चौकी की जवाबदेही तय होगी बल्कि पीआरवी की भूमिका भी व्यावहारिक रूप से जाँची जाएगी। दशहरे के बाद जोनल एडीजी द्वारा थानावार समीक्षा कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
ड्रोन के जरिए रेकी व चोरी की अफवाहों से प्रदेश में भय फैला रहे तत्वों पर मुख्यमंत्री ने कड़ा एतराज जताया। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने वालों की गिरफ्तारी हो और पुलिस लगातार गश्त बढ़ाए। चौकीदारों व स्थानीय सुरक्षा तंत्र की सक्रियता बढ़ाई जाए ताकि गलत सूचनाओं से जनता आतंकित न हो। सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं की रोकथाम के लिए कड़ी मॉनिटरिंग के आदेश भी दिए गए।
जातीय संघर्ष भड़काने की किसी भी कोशिश को तुरंत दबाया जाएगा। शासन के आदेशों का अक्षरशः पालन कराते हुए जाति के नाम पर वैमनस्य फैलाने वालों पर न केवल असमय प्रतिबंधात्मक कार्रवाई होगी बल्कि उनके विरुद्ध सख्त कानूनी दायरा भी उजागर किया जाएगा। शासन यह सुनिश्चित करेगा कि सांप्रदायिक तनाव को हवा देने की कोई भी गुंजाइश शेष न रहे।
त्योहारों के दौरान सुरक्षा व व्यवस्थाओं पर विशेष निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिमाएँ सुरक्षित सीमाओं के भीतर रहें और नदियों में विसर्जन के मद्देनजर वैकल्पिक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएँ। दुर्गा पूजा समितियों से संवाद कर विसर्जन व रावण दहन कार्यक्रमों को सुरक्षा मानकों के अनुरूप सम्पन्न कराए। बूचड़खानों और गो-तस्करी पर भी कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए — वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक औचक निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करेंगे कि बूचड़खाने मानक के अनुरूप ही संचालित हों।
ग्रेटर नोएडा में चल रहे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो पर भी मुख्यमंत्री ने खास चिंता व्यक्त की। भारी भीड़ और विदेशी खरीदारों की उपस्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट रहने, ट्रैफिक जाम रोकने और सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर ने बताया कि दूसरे दिन लगभग 49,000 लोगों ने ट्रेड शो देखा — ऐसे आयोजनों में सुरक्षा चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रभारी मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ नागरिकों से बने कोर ग्रुप की बैठकों व निर्णयों को शीर्ष प्राथमिकता दी जाए और उनकी बैठकों का विवरण मुख्यमंत्री कार्यालय को नियमित रूप से उपलब्ध कराया जाए। साथ ही उन्होंने विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान को जन-आंदोलन बनाने के लिए हर स्तर पर सक्रियता बढ़ाने का आह्वान किया।
कठोर, त्वरित और पारदर्शी — यही संदेश है। मुख्यमंत्री ने कहा: “सख्ती के लिए किसी और समय का इंतजार न करें, यही समय है, सही समय है।” जो भी पर्व-त्योहार का बहाना बनाकर कानून-व्यवस्था भंग करने का प्रयास करेगा, उस पर लगातार और कठोर कार्रवाई होगी — प्रशासन ने चेतावनी दे दी है, अब कार्यवाही दिखाई जाएगी।
