
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, देवमुरारी बापू और रामविलास वेदांती ने दिया एक स्वर – “हिंदू राष्ट्र समय की मांग”

विश्व हिंदू रक्षा परिषद के आयोजन में उमड़ा राष्ट्रवादी जनसैलाब
दैनिक इंडिया न्यूज़,लखनऊ। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान सभागार में विश्व हिंदू रक्षा परिषद द्वारा आयोजित हिंदू राष्ट्र संकल्प सम्मेलन में देशभर के प्रमुख संतों, राजनेताओं और सामाजिक संगठनों ने एक स्वर में भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की। इस ऐतिहासिक आयोजन की अध्यक्षता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने की, जबकि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय धर्माचार्य जगतगुरु देवमुरारी बापू (अयोध्या), हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास, पूर्व सांसद रामविलास वेदांती और अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेंद्र नाथ त्रिपाठी सहित अनेक प्रमुख धर्माचार्य व संगठन प्रमुखों ने हिस्सा लिया।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने संबोधन में इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा, “हिंदू राष्ट्र की मांग राष्ट्रहित में है। यह एक उत्तम प्रयास है जो समाज को नई दिशा देगा।” उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति ही भारत की आत्मा है, और इसका संरक्षण आवश्यक है।
देवमुरारी बापू ने अपने उद्बोधन में तीखे शब्दों में कहा, “जब तक हम सामाजिक स्तर पर मुसलमानों का बहिष्कार नहीं करेंगे, उनसे आर्थिक संबंध समाप्त नहीं करेंगे और राष्ट्रहित को सर्वोपरि नहीं मानेंगे, तब तक हिंदू राष्ट्र की कल्पना अधूरी रहेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि आज की स्थिति में आचार, विचार और रहन-सहन में भारी भ्रम है, जो हिंदू समाज को कमजोर कर रहा है।
रामविलास वेदांती ने जोर देकर कहा कि भारत की बहुसंख्यक हिंदू जनसंख्या का यह मौलिक अधिकार है कि वह अपने राष्ट्र को हिंदू राष्ट्र घोषित कराने की मांग करे। उन्होंने कहा कि यह कोई सांप्रदायिक आग्रह नहीं, बल्कि सांस्कृतिक अस्मिता की रक्षा का प्रयास है।
सम्मेलन में वक्ताओं ने यह भी कहा कि आज अनेक संगठन हिंदू राष्ट्र की मांग को लेकर देशभर में अभियान चला रहे हैं, लेकिन सरकारें इस पर गंभीरता से विचार नहीं कर रहीं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बहुसंख्यकों की आवाज को लगातार अनसुना किया जा रहा है।