
केंद्रीय कैबिनेट की मंज़ूरी, ₹5801 करोड़ की लागत, 5 साल में पूरा होगा निर्माण, रोज़ाना 2 लाख से ज़्यादा यात्री होंगे लाभान्वित
दैनिक इंडिया लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में मेट्रो रेल सफ़र एक नए दौर में प्रवेश करने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट बैठक में लखनऊ मेट्रो के दूसरे चरण (फेज़-1B) को हरी झंडी दे दी गई। यह परियोजना चारबाग़ से ओल्ड कैंट तक लगभग 11.2 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर के रूप में तैयार होगी, जिसमें 12 आधुनिक मेट्रो स्टेशन होंगे—7 अंडरग्राउंड और 5 एलिवेटेड।
तेज़ी से शुरू होगा निर्माण
निर्माण कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा और इसे अगले पांच वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य है। यह नया रूट पुराने लखनऊ के भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों को मेट्रो से जोड़ेगा, जिससे यातायात दबाव कम होगा और लोगों को तेज़, सुरक्षित और आरामदायक सफ़र मिलेगा।
5801 करोड़ का निवेश, रोज़ाना 2 लाख से ज़्यादा यात्रियों को फायदा
इस परियोजना पर लगभग ₹5801 करोड़ की लागत आएगी और अनुमान है कि रोज़ाना 2 लाख से अधिक यात्री इसका लाभ उठाएंगे। इससे व्यापारिक क्षेत्रों, रिहायशी इलाकों और सरकारी दफ्तरों तक पहुंच आसान होगी, जिससे न केवल समय बचेगा बल्कि प्रदूषण और ट्रैफिक जाम में भी कमी आएगी।
आर्थिक विकास और रोज़गार में नई उड़ान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे लखनऊ के आर्थिक विकास में मील का पत्थर बताया है, वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह परियोजना पुराने शहर में भी “ईज़ ऑफ़ लिविंग” को नई दिशा देगी। निर्माण के दौरान और इसके बाद हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार के अवसर मिलेंगे।