
प्रत्येक जनपद में मासिक कार्यक्रमों की कार्ययोजना पर हुई विस्तृत चर्चा,

संपर्क कार्य को गति देने और ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बढ़ावा देने पर दिया बल

दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ। संस्कृतभारती अवध प्रांत की दो दिवसीय प्रांत समीक्षा योजना गोष्ठी 9 और 10 अप्रैल 2025 को शिव मंदिर परिसर, महानगर, लखनऊ स्थित प्रांतीय कार्यालय में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। गोष्ठी में 13 जनपदों से आए पदाधिकारीगणों ने भाग लिया।
मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय मंत्री नंद कुमार, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री प्रमोद पंडित, संस्कृतभारती न्यास के अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह तथा प्रांत अध्यक्ष शोभनलाल उकील की गरिमामयी उपस्थिति में वर्ष 2025 की 12 माह की कार्ययोजना पर गहन विचार-विमर्श हुआ और रूपरेखा को अनुमोदित किया गया।
बैठक में यह तय किया गया कि प्रत्येक माह जनपदों में भाषा उन्नयन, कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण, बाल्य प्रशिक्षण केंद्रों का संचालन, गीता व रामायण की पाठशालाएं, वाल्मीकि जयंती, गीता जयंती, संस्कृत सप्ताह और स्नेहमिलन जैसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे।
प्रांत पदाधिकारियों के जनपद प्रवास की योजना को भी सुनिश्चित किया गया, ताकि संगठन की गतिविधियों को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित किया जा सके। गोष्ठी का संचालन प्रांत सह मंत्री रत्नेश त्रिपाठी ने किया।
वार्षिक कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए अखिल भारतीय मंत्री नंद कुमार ने सभी विषयों पर मार्गदर्शन प्रदान किया और योजनाओं को पूर्णता प्रदान की। क्षेत्रीय संगठन मंत्री प्रमोद पंडित ने अप्रैल माह को ‘समर्पण माह’ के रूप में मनाने का संकल्प दिलाया।
संस्कृतभारती न्यास के अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने संगठन को गतिशील बनाने के लिए संपर्क अभियान के माध्यम से अधिक से अधिक नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने पर विशेष बल दिया।
प्रांत अध्यक्ष शोभनलाल उकील ने संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार हेतु ऑनलाइन प्रशिक्षण और पत्राचार पाठ्यक्रमों के माध्यम से जनसाधारण को जोड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया।
यह दो दिवसीय गोष्ठी संगठन की आगामी योजनाओं को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने हेतु एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध हुई।