हरिंद्र सिंह/डीडी इंडिया न्यूज
मुख्यमंत्री, केन्द्रीय रक्षा मंत्री एवं केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने 7,409 करोड़ रु0 की लागत से 352 किलोमीटर लम्बाई के 16 राष्ट्रीय राजमार्गाें एवं अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास एवं निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया
मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश का तीव्र विकास हो रहा: उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य
बिस्तार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह एवं केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज यहां एक कार्यक्रम में 7,409 करोड़ रुपये की लागत से 352 किलोमीटर लम्बाई के 16 राष्ट्रीय राजमार्गाें एवं अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास एवं निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री जी द्वारा लोकार्पण एवं निर्माण कार्य के शुभारम्भ हेतु आज जनपद कानपुर में प्रस्तावित 14,199 करोड़ रुपये लागत की 364 किलोमीटर लम्बाई की 07 राष्ट्रीय राजमार्ग की परियोजनाओं का भी लोकार्पण एवं निर्माण कार्य का शुभारम्भ डिजिटल माध्यम से किया गया। इस प्रकार, कार्यक्रम में प्रदेश में सड़क निर्माण की 21,609 करोड़ रुपये लागत की 716 किलोमीटर लम्बाई की 23 परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास एवं निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप देश व प्रदेश में विश्वस्तरीय राजमार्ग की परियोजनाओं को क्रियान्वित करने में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी तथा लखनऊ के व्यापक विकास में रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह का महत्वपूर्ण योगदान है। विगत दिनों इसी स्थान पर रक्षा मंत्री जी के निर्देशन में नेक्स्ट जेनरेशन ब्रह्मोस मिसाइल के उत्पादन से सम्बन्धित कार्याें का शिलान्यास किया गया था। विकास की गति को तीव्र करने के लिए यातायात गतिविधियों में तेजी आवश्यक है। आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास एवं निर्माण कार्य का शुभारम्भ हो रहा है, वह प्रदेश में आवागमन को सरल व सुगम बनाएंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश की तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में अग्रणी है। पिछले 05 साल में प्रधानमंत्री जी तथा सभी केन्द्रीय मंत्रालयों ने प्रदेश में विकास की गति को तीव्र करने में भरपूर सहयोग दिया है। वर्तमान में इसके परिणाम धरातल पर दिखायी दे रहे हैं। प्रदेश में बेहतर कानून-व्यवस्था की स्थिति ने विभिन्न विकास कार्याें को तेजी से आगे बढ़ाये जाने में मदद की है। 05 वर्ष पहले प्रदेश दंगा और अपराधग्रस्त था। वर्तमान में कानून-व्यवस्था के मामले में राज्य नज़ीर बना है। साथ ही, निवेश के सबसे अच्छा गंतव्य के रूप में भी सामने आया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह प्रदेश सरकार की उपलब्धि है कि जे0सी0बी0 का उपयोग निर्माण कार्याें में होने के साथ ही माफिया द्वारा अर्जित अवैध सम्पत्ति को निकालने में भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री जी के प्रयासों से राज्य में बड़े पैमाने पर राजमार्ग बन रहे हैं। जहां कुछ वर्ष पहले प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में भी सड़कें नहीं बनती थीं, वहां 4 व 6 लेन के राजमार्ग बन रहे हैं। पहले गोण्डा से बलरामपुर होते हुए तुलसीपुर जाने में 4 घण्टे लगते थे, अब यह दूरी 45 मिनट में तय की जा सकती है। विगत दिनों मेजर ध्यानचन्द खेल विश्वविद्यालय की आधारशिला रखने के लिए प्रधानमंत्री जी सड़क मार्ग से मेरठ आये। उन्होंने यह दूरी मात्र 45 मिनट में तय की। यह उत्तर प्रदेश की बदलती हुई तस्वीर है। राज्य में हो रहा इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट विकास की नयी कहानी कह रहा है। उन्होंने कहा कि विकास के साथ युवाओं का भविष्य, उनका रोजगार, उनकी नौकरी जुड़ी है, जिसके लिए डबल इंजन की सरकार कार्य कर रही है।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश के एक नये आर्थिक युग की शुरुआत हुई है। किसी भी देश के आर्थिक युग को प्रारम्भ करने मंे वहां की सड़कों की महत्वपूर्ण भूमिका है। देश में हो रहा सड़कों का विकास देश के आर्थिक उन्नयन की भूमिका तैयार कर रहा है। आज का दिन लखनऊ के साथ ही उत्तर प्रदेश के लिए भी खास है। आज कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य का शुभारम्भ हुआ है। कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे प्रदेश के लिए बड़ी सौगात है। इसे इकोनाॅमिक काॅरिडोर के रूप में देखा जाना चाहिए। यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर के लिए रीढ़ की हड्डी साबित होगा।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले प्रदेश में मात्र एक एक्सप्रेस-वे था। मुख्यमंत्री जी के कार्यकाल में 04 अन्य एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण प्रधानमंत्री जी द्वारा किया जा चुका है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे शीघ्र ही पूरा हो जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर तेजी से काम चल रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया जा चुका है। प्रधानमंत्री जी द्वारा इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में क्रान्ति के लिए गतिशक्ति मिशन प्रारम्भ किया गया है। देश में प्रतिदिन 30-40 किलोमीटर सड़कें बन रही हैं। जिस तेजी के साथ सड़कों का विकास हो रहा है, वह भारत को विश्व में आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करेगा।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि आर्थिक विकास के लिए कानून-व्यवस्था का चुस्त-दुरुस्त होना सर्वाधिक आवश्यक है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया है। इससे गुण्डाराज, माफियाराज समाप्त हुआ है। विकास व आर्थिक गतिविधियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं। इससे राज्य तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि आज उन्हें जनपद कानपुर में भी विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के लोकार्पण व निर्माण कार्य शुभारम्भ कार्यक्रम में सम्मिलित होना था। विजिबिलिटी कम होने के कारण वह कानपुर नहीं पहुंच सके। इसके लिए उन्होंने कानपुर की जनता से क्षमा याचना की। उन्होंने कहा कि आज कानपुर-लखनऊ 6 लेन एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य का शुभारम्भ हो रहा है। इस एक्सप्रेस-वे के बन जाने के बाद कानपुर व लखनऊ ट्विन सिटी के रूप में सामने आएंगे। दोनों शहरों की दूरी आधे घण्टे की हो जाएगी। जिस तरह से मुम्बई और पुणे के बीच में यातायात की व्यवस्था हुई, वैसे ही लखनऊ व कानपुर के बीच में भी होगी।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि लखनऊ रिंग रोड तथा लखनऊ-अयोध्या-गोरखपुर मार्ग बन जाने से ट्रैफिक का दबाव कम होगा व ट्रैफिक जाम की समस्या हल होगी। रक्षा मंत्री जी के सुझाव पर एन0एच0-27 पर मटियारी फ्लाईओवर को शहीद पथ से जोड़ने का काम शीघ्र प्रारम्भ किया जाएगा। उन्होंने लखनऊ-हरदोई नेशनल हाई-वे ठाकुरगंज से दुबग्गा तक इण्टरनल रिंग रोड की क्राॅसिंग पर वन टाइम इम्प्रूवमेंट के तहत फ्लाईओवर निर्माण की घोषणा की, इसके लिए लैण्ड एक्विजिशन का कार्य भी केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा किया जाएगा। लखनऊ से रायबरेली मार्ग पर शनि मन्दिर तिराहे पर फ्लाईओवर का निर्माण कराया जाएगा। गोमतीनगर के समतामूलक चैराहे पर कुकरैल फ्लाईओवर से एन0एच0-24ए तक अयोध्या जाने वाला ट्रैफिक गुजरता है, यहां ट्रैफिक जाम का निदान करने के लिए फिजिबिलिटी स्टडी कराकर फ्लोवर लीफ का निर्माण कराया जाएगा। खुर्रम नगर का पहुंच मार्ग टेढ़ीपुलिया से बढ़ाकर कल्याणपुर रोड तक किया जाएगा।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में तेजी से एक्सप्रेस-वे का विकास किया जा रहा है। देश के विकास के लिए 04 चीजें पानी, बिजली, यातायात की व्यवस्था एवं टेलीकम्युनिकेशन सर्वाधिक जरूरी है। उत्तर प्रदेश में इनका अभाव होने के कारण विकास नहीं हो रहा था। वर्ष 2014 में वर्तमान केन्द्र सरकार के सत्ता में आने के बाद प्रदेश की स्थिति तेजी से बदली है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार उत्तर प्रदेश में 07 एक्सेस कण्ट्रोल्ड ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने जा रही है। इसके अन्तर्गत गोरखपुर से सिलगुड़ी तक एक्सेस कण्ट्रोल्ड ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। यह गोरखपुर बाईपास से बिहार होते हुए सिलगुड़ी तक जाएगा। 519 किलोमीटर लम्बाई के इस एक्सप्रेस-वे की लागत 32,000 करोड़ रुपये होगी। यह उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल के पिछड़े क्षेत्रों से गुजरेगा। यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश में 84 किलोमीटर, बिहार में 416 किलोमीटर तथा पश्चिम बंगाल में 18 किलोमीटर लम्बा होगा। इस परियोजना को भारतमाला फेज-2 में सम्मिलित किया गया है।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि दूसरा एक्सप्रेस-वे वाराणसी-कलकत्ता एक्सेस कण्ट्रोल्ड ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे होगा। इसकी लागत 20,000 करोड़ रुपये तथा लम्बाई 686 किलोमीटर होगी। यह चन्दौली से शुरू होकर बिहार, झारखण्ड होते हुए हावड़ा तक जाएगा। वाराणसी-कलकत्ता एक्सप्रेस-वे तथा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में कनेक्टिविटी के लिए गाजीपुर से 5,000 करोड़ रुपये की लागत से 30 किलोमीटर एलिवेटेड रोड बनाकर जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, इटावा से कोटा तक चम्बल एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। 358 किलोमीटर लम्बाई तथा लगभग 8,000 करोड़ रुपये की लागत का यह एक्सप्रेस-वे भिण्ड, मुरैना होते हुए गुजरेगा। इस एक्सप्रेस-वे पर दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे से जुड़ जाने पर प्रदेश से 14 घण्टे में मुम्बई पहुंचा जा सकेगा।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि दिल्ली से देहरादून तक नया 6 लेन एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। इसकी लागत 12,000 करोड़ रुपये होगी। यह मुजफ्फरनगर, बागपत, शामली, सहारनपुर से गुजरेगा। लखनऊ से कानपुर 63 किलोमीटर लम्बाई, 5,000 करोड़ रुपये की लागत से एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। यह कानपुर में शुक्लागंज से शुरू होकर लखनऊ में रिंग रोड से जुड़ेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की योजना को मंजूरी दी गयी है। उत्तर प्रदेश में 18 बाईपास का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में 22 नये बाईपास के निर्माण की घोषणा करते हुए कहा कि यह 22 बाईपास 11,000 करोड़ रुपये की लागत से बनेंगे।
उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश का तीव्र विकास हो रहा है। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री जी के मार्गदर्शन में देश व प्रदेश में सड़कों का जाल बिछ रहा है।
उप मुख्यमंत्री डाॅ0 दिनेश शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश समृद्धि की ओर अग्रसर है। केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में हाई-वेज के निर्माण से आवागमन सुगम हुआ है।
इस अवसर पर विधायी एवं न्याय मंत्री श्री बृजेश पाठक, नगर विकास मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह, लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास एवं निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया गया, उनमें बलरामपुर जनपद के अन्तर्गत बलरामपुर से तुलसीपुर खण्ड तक राष्ट्रीय राजमार्ग-730 के चैड़ीकरण एवं उन्नयन का कार्य (लागत लगभग 213 करोड़ रुपये, लम्बाई 27 किलोमीटर), बलरामपुर जनपद के अन्तर्गत तुलसीपुर से बढ़नी खण्ड तक राष्ट्रीय राजमार्ग-730 के चैड़ीकरण एवं उन्नयन का कार्य (लागत 250 करोड़ रुपये, लम्बाई 34 किलोमीटर), बहराइच जनपद के अन्तर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग-28सी पर बहराइच बाईपास (लागत 148 करोड़ रुपये, लम्बाई 5.45 किलोमीटर), बाराबंकी एवं सीतापुर जनपद के अन्तर्गत फतेहपुर से महमूदाबाद एवं लहरपुर से लखीमपुर/सीतापुर खण्ड तक राष्ट्रीय राजमार्ग 727एच का चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण (लागत 64 करोड़ रुपये, लम्बाई 28 किलोमीटर) का लोकार्पण, जनपद शाहजहांपुर में खुटार से शाहजहांपुर राजमार्ग का दो/चार लेन चैड़ीकरण (लागत 789 करोड़ रुपये, लम्बाई 49 किलोमीटर), जनपद शाहजहांपुर के अन्तर्गत शाहजहांपुर-शाहबाद राजमार्ग का फोर-लेन चैड़ीकरण (लागत 995 करोड़ रुपये, लम्बाई 35 किलोमीटर), जनपद हरदोई के अन्तर्गत शाहबाद-हरदोई राजमार्ग का फोर-लेन चैड़ीकरण (लागत 1210 करोड़ रुपये, लम्बाई 51.43 किलोमीटर), जनपद हरदोई के अन्तर्गत हरदोई-सण्डीला राजमार्ग का फोर-लेन चैड़ीकरण (लागत 1139 करोड़ रुपये, लम्बाई 54 किलोमीटर), सण्डीला-किसान पथ (लखनऊ) का फोर-लेन चैड़ीकरण (लागत 541 करोड़ रुपये, लम्बाई 32 किलोमीटर), जनपद लखनऊ में मड़ियांव से आई0आई0एम0 क्राॅसिंग तक एलिवेटेड काॅरिडोर का निर्माण (लागत 128 करोड़ रुपये, लम्बाई लगभग 2 किलोमीटर), जनपद लखनऊ के अन्तर्गत खुर्रमनगर पर फोर-लेन फ्लाईओवर (लागत 185 करोड़ रुपये, लम्बाई 1.71 किलोमीटर) के निर्माण का शुभारम्भ तथा जनपद बलरामपुर में वीर विनय चैराहे से फुलवरिया बाईपास खण्ड तक सीमेण्ट कंक्रीट मार्ग का निर्माण (लागत 26 करोड़ रुपये, लम्बाई 5 किलोमीटर), गोण्डा जनपद के अन्तर्गत बभनान चीनी मिल के सामने सीमेण्ट कंक्रीट मार्ग का निर्माण (लागत 4 करोड़ रुपये, लम्बाई 0.4 किलोमीटर), लखनऊ में मुंशी पुलिया चैराहे पर फोर-लेन फ्लाईओवर का निर्माण (लागत 171 करोड़ रुपये, लम्बाई 2 किलोमीटर), सीतापुर-लखीमपुर-बहराइच के अन्तर्गत 01 आर0ओ0बी0 तथा 02 फ्लाईओवर का निर्माण (लागत 297 करोड़ रुपये, लम्बाई लगभग 04 किलोमीटर) तथा रायबरेली रिंग रोड (फेज-2) का चैड़ीकरण एवं उन्नयन (लागत 1250 करोड़ रुपये, लम्बाई 22 किलोमीटर) का शिलान्यास किया गया।
इसके अलावा, 4,270 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 63 किलोमीटर लम्बाई का आगरा-लखनऊ 6 लेन एक्सप्रेस-वे (ग्रीनफील्ड), सीतापुर एवं हरदोई जनपद के अन्तर्गत सीतापुर से कुरैन खण्ड का चैड़ीकरण एवं उन्नयन (लागत 506 करोड़ रुपये, लम्बाई 39 किलोमीटर), कानपुर जनपद के अन्तर्गत रामादेवी से गोल चैराहा खण्ड पर एलिवेटेड काॅरिडोर (लागत 1,000 करोड़ रुपये, लम्बाई 10 किलोमीटर), हरदोई जनपद के अन्तर्गत बिलग्राम से हरदोई/कन्नौज का सुदृढ़ीकरण (लागत 17 करोड़ रुपये, लम्बाई 22 किलोमीटर) के निर्माण कार्याें का शुभारम्भ तथा आगरा-इटावा बाईपास का 6 लेन चैड़ीकरण (लागत 3490 करोड़, लम्बाई 124 किलोमीटर), अलीगढ़-कानपुर खण्ड के भदवासपुर से कल्याणपुर का 4 लेन चैड़ीकरण (लागत 2304 करोड़ रुपये, लम्बाई 45 किलोमीटर), अलीगढ़-कानपुर खण्ड के कल्याणपुर से नवीगंज का 4-लेन चैड़ीकरण (लागत 2504 करोड़ रुपये, लम्बाई 61 किलोमीटर) तथा कानपुर जनपद के अन्तर्गत झकरकटी बस अड्डे पर आर0ओ0बी0 का निर्माण (लागत 108 करोड़ रुपये) भी सम्मिलित है।