सत्य का आग्रह और सत्य के मार्ग पर चलना ही भारत की आस्था है : योगी आदित्यनाथ

ब्रह्मलीन महंत (दिग्विजयनाथ,अवेद्यनाथ) की श्रद्धांजलि सभा में चल रहे सप्तदिवसीय श्रीराम कथा के समापन अवसर पर सम्मिलित रहे सी. एम. योगी

जे.पी. सिंह दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ : उ. प्र. के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ बीते मंगलवार को अपनी कर्मस्थली गोरखपुर के दो दिन के दौरे पर रहे।
जहां मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की ५६वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन अवेद्यनाथ की ८वीं पावन स्मृति में चल रहे साप्ताहिक पुण्यतिथि समारोह के समापन अवसर पर सम्मिलित रहे।

आपको बता दें ब्रह्मलीन महंतद्वय की पुण्य स्मृति में यह सप्तदिवसीय कथा सात सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में शुरू हुई थी और मंगलवार को उनकी (सी. एम.योगी) मौजूदगी में ही हवन एवं भंडारे के साथ कथा की पूर्णाहुति हुई।

सभी का मार्गदर्शन करने वाली श्रीराम कथा का श्रवण सौभाग्य की बात : सी. एम. योगी

सीएम योगी एवं गोरक्षपीठाधीश्वर अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में अपनी भावाभिव्यक्ति करते हुये कहा कि कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम हर परिस्थिति में सत्य के प्रति आग्रह रखने वाले सनातन धर्म की अटूट आस्था हैं। उनका जीवन हम सबको नकारात्मकता से दूर करता है। सत्य की राह पर चलते हुए विषम परिस्थितियों में संघर्ष की प्रेरणा देता है। उनके जीवन दर्शन से समूचे समाज का मार्गदर्शन करने वाली श्रीराम कथा का श्रवण सौभाग्य की बात है।

सी. एम.योगी ने अपने संबोधन में कहा कि सनातन धर्म परम्परा में प्रभु श्रीराम के बिना
आस्थावान लोगों का कार्य कदापि हो ही नही सकता। इसलिए हम सभी काे अपने व्यक्तिगत एवं सामाजिक जीवन में हमेशा आस्था के साथ सकारात्मक भाव रखना चाहिए। वर्तमान समय में देश आस्था एवं सकारात्मक भावना के साथ प्रभु श्रीराम के भव्य मन्दिर निर्माण से जुड़ा हुआ है। यह पूरी दुनिया के लिए कौतूहल का विषय है।

सत्य के मार्ग पर चलना ही भारत की आस्था है : सी. एम. योगी

श्रीराम का जन्म कब हुआ, इतिहासकार यह गणना करने में विफल रहें। यही नहीं इसमें मिथक भी जोड़ने की असफल कोशिश की गई लेकिन अंत में सत्य की ही विजय हुई। अपितु सत्य का आग्रह और सत्य के मार्ग पर चलना ही भारत की आस्था है और सनातन धर्म की
परम्परा एवं विशेषता भी। मुख्यमंत्री योगी ने सभी लोगों के लिए श्रीराम कथा के फलदायी एवं मंगलमयदायी होने की कामना भी की।

रामराज्य को साकार कर रहे सीएम योगी : स्वामी श्रीधराचार्य

सप्तदिवसीय श्रीराम कथा का रसपान व्यासपीठ पर विराजमान जगद्गुरु
रामानुजाचार्य स्वामी श्रीधराचार्य (पीठाधीश्वर, अशर्फी भवन अयोध्या) द्वारा संपन्न कराया गया। कथा के आखिरी दिन उन्होंने रामराज्य के स्वरूप का वर्णन करते हुए कहा
कि रामायण काल के रामराज्य को वर्तमान समय में उ. प्र. के मुख्यमंत्री साकार कर रहे हैं। उनके राज में आमजन प्रसन्न हैं, तो दुष्ट व अपराधी दुखी और भयभीत है।

इस अवसर पर अलवर के सांसद महंत बालकनाथ, दिगम्बर अखाड़ा (अयोध्या) के महंत सुरेश दास, कालिका मन्दिर (नई दिल्ली) के महंत सुरेन्द्रनाथ, नैमिषारण्य से आए स्वामी विद्या चैतन्य, गोरक्षनाथ मन्दिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, कालीबाड़ी के महंत रविन्द्रदास सहित बड़ी संख्या में संतजन, यजमान व श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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