हरिंद्र सिंह/डीडी इंडिया न्यूज
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद आगरा में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की पावन जयंती के अवसर पर उनके पैतृक गांव बटेश्वर धाम में सांस्कृतिक संकुल घाटों का निर्माण, पर्यटन विकास एवं सौन्दर्यीकरण सहित 230 करोड़ रुपये की 11 योजनाओं का शिलान्यास/लोकार्पण तथा ललित कला, सांस्कृतिक प्रदर्शनी का उद्घाटन कर अवलोकन किया। इसमें बटेश्वर धाम में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी सांस्कृतिक संकुल का शिलान्यास प्रमुख रूप से शामिल है। मुख्यमंत्री जी ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को प्रदेश सरकार की ओर से कोटि-कोटि नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सभी परियोजनाओं के लोकार्पण एवं शिलान्यास के लिए जनता को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि अटल जी का व्यक्तित्व बहुत विराट था। अटल जी द्वारा राजनीति में किए गए महत्वपूर्ण कार्य, इस विराट व्यक्तित्व के पीछे का भाव थे। अटल जी ने कहा था कि ‘छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता‘। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक भारतीय को इसे अंगीकार करना चाहिए। यदि छोटी सोच होगी तो बड़ा कार्य नहीं किया जा सकता। पहले से हतोत्साहित व्यक्ति, बड़े लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अग्रसर नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बटेश्वर धाम इसलिए पावन धाम है क्योंकि यहां पर श्रद्धेय अटल जी के पूर्वज आए थे। वे यहां पर एक बहुत बड़े कर्मकाण्ड के साथ जुड़कर लोक कल्याण के लिए उन्होंने जो अनुष्ठान किया था, उसका परिणाम यह रहा कि यह क्षेत्र हम सबके लिए प्रमुख तीर्थ बन गया। श्रद्धेय अटल जी एवं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इस तीर्थ के साथ जुड़ते हुए क्षेत्र के समग्र विकास को आगे बढ़ाने का कार्य किया। आज बटेश्वर धाम विकास की नई ऊँचाइयों की ओर अग्रसर हो रहा है। श्रद्धेय अटल जी ने सार्वजनिक जीवन में रहते हुए 06 दशक तक राजनीतिक मूल्यों और आदर्शों की स्थापना के लिए कार्य किया। अटल जी ने मूल्यों और सिद्धान्तों की राजनीति की थी। उन्होंने कहा था कि सिद्धान्तविहीन राजनीति मौत का फन्दा होती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रद्धेय अटल जी ने पहली बार अन्त्योदय कार्डधारकों को राशन दिलाने का कार्य प्रारम्भ कराया था। उन्होंने स्वर्णिम चतुर्भुज योजना दी थी। हाईवे, 4-लेन, 6-लेन, 8-लेन के हो सकते हैं, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना कैसी होनी चाहिए, यह अटल जी ने बताया था। अटल जी 60 वर्षों की भारत की राजनीति के चमकते हुए सितारे के रूप में देश का मार्गदर्शन करते रहे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने संस्कृत विद्यालयों का पैसा कब्रिस्तान के लिए दे दिया। वर्तमान सरकार ने सत्ता में आने पर प्रत्येक विद्यालय में संस्कृत के अध्यापकों की तत्काल तैनाती कराए जाने का निर्णय लिया और यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां योग्यतम आचार्य रखे जाएं। इसके अलावा, संस्कृत के बच्चों को छात्रावास में रहने की व्यवस्था करायी जाए। आश्रम पद्धति से संचालित विद्यालयों में उन छात्रों के रहने और खाने की व्यवस्था दी जाए। सरकार ने हर गरीब को संस्कृत की शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था करायी। इससे किसी भी छात्र और आचार्य को भटकना नहीं पड़ेगा। पूर्ववर्ती सरकार पहले इस धनराशि को उर्दू अनुवादक के लिए प्रदान करती थी। संस्कृत के शिक्षक के बजाय उर्दू अनुवादक रखे जाते थे। ऐसे लोग रखे जाते थे, जिन्हें स्वयं उर्दू नहीं आती थी। जिन्हें उर्दू नहीं आती थी, परन्तु खानापूर्ति के लिए उन्हें रख दिया जाता था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी प्रत्येक गरीब को आवास योजना का लाभ प्रदान कर रहे हैं। अब सभी को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि गरीब की आह भी लगती है और आशीर्वाद भी। गरीब द्वारा किसी भी प्रकार की कामना हमेशा फलदायी होती है। पूर्ववर्ती सरकारें गरीबों का अन्न खा जाती थीं, गरीबों को मिलने वाले शौचालयों, आवासों का पैसा खा जाते थे। गरीबों के योजनाओं का लाभ स्वयं हड़प कर जाते थे। 05 वर्ष तक सत्ता से दूर रहने के बावजूद इनकम टैक्स विभाग इनके पास जाता है, तो 200-200 करोड़ रुपये लोगों के घरों में मिल रहा है। यह पैसा कहां का है। 05 वर्षाें तक सत्ता से दूर रहने के बावजूद इतना पैसा मिलने का मतलब है कि जब उन्हें सत्ता मिली थी, तो खूब लूट खसोट की। वर्तमान केन्द्र और प्रदेश सरकार विकास की योजनाओं का लाभ हर गांव, गरीब, किसान, नौजवान, महिला सहित समाज के प्रत्येक तबके को दे रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यहां का ब्राह्मण और आचार्य समुदाय सदैव पूजनीय रहा है। उनकी तपस्या और किए गए कार्यों के कारण यह क्षेत्र एक धाम बना। इस धाम का विकास करना हम सभी का दायित्व है। श्रद्धेय अटल जी द्वारा सिंचित इस विराट वटवृक्ष के विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में केन्द्र व प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज सुशासन दिवस है। अटल जी ने अपने जीवन में अनेक लोक कल्याण और राष्ट्र कल्याण के लिए समर्पित कार्य किए। यह सुशासन की श्रेणी में आते हैं। आज प्रदेश के युवाओं, जिसमें संस्कृत विद्यालय के बच्चे भी सम्मिलित हैं, को स्मार्ट फोन और टैबलेट की व्यवस्था के साथ जोड़ने का कार्य किया गया है। लखनऊ में अटल जी की जयन्ती पर 60,000 नौजवानों को टैबलेट और स्मार्ट फोन वितरित किए गए। यह 01 करोड़ नौजवानों को यह योजना अटल जी को समर्पित की गई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा अटल जी की स्मृति में अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। अटल जी के नाम पर प्रदेश की पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ में स्थापित की जा चुकी है। वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री जी द्वारा लोकार्पित अटल जी की विराट मूर्ति मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर स्थापित है। प्रत्येक मण्डल में अटल आवासीय विद्यालय बनाए जा रहे हैं। श्रमिकों के बच्चों तथा अनाथ बच्चों को उत्तम शिक्षा प्रदान करने के लिए इन आवासीय विद्यालयों की स्थापना की जा रही है। अटल जी के नाम पर 44 इण्टर कॉलेज का निर्माण हो चुका है। प्रदेश सरकार द्वारा लखनऊ विश्वविद्यालय में अटल सुशासन पीठ, अटल स्मृति उपवन, अटल बिहारी वाजपेयी संस्कृति पुरस्कार, डी0ए0वी0 कॉलेज कानपुर में अटल बिहारी वाजपेयी सेण्टर ऑफ एक्सीलेंस, बाबा साहब डॉ0 भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ में भी अटल बिहारी वाजपेयी पीठ, लखनऊ में अटल राष्ट्र प्रेरणा स्थल की स्थापना की गई है। इसके अलावा, प्रदेश के सबसे बड़े स्टेडियम का नाम अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम रखा गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विभिन्न परियोजनाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। अटल जी की स्मृति में केन्द्र सरकार द्वारा देश में अटल भूजल योजना, अटल ज्योति योजना, अटल पेंशन योजना, अटल नवीनीकरण और शहरी रूपान्तरण मिशन (अमृत योजना) संचालित की जा रही हैं। अटल जी का व्यक्तित्व महान था। प्रदेश सरकार अटल जी की भावनाओं के अनुरूप इस क्षेत्र को पर्यटन विकास के लिए एक सुन्दरतम पावन धाम के रूप में विकसित करने के लिए हर प्रकार का सहयोग करेगी। यहां अटल जी नाम पर एक म्यूजियम ‘अटल म्यूजियम’ की स्थापना की जाएगी, जिसमें उनके पूर्वजों और उनके बचपन से लेकर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में राज्य सरकार की योजनाओं को जोड़ते हुए इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अटल जी के महान व्यक्तित्व की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। उन पर विरोधी भी उंगली नहीं उठा सकते थे। उन्होंने सबको अपने साथ जोड़ा। देश और राष्ट्र के कल्याण के लिए जहां भी आवश्यकता पड़ती थी, अटल जी सदैव आगे बढ़कर कार्य करते थे। उसी के परिणामस्वरूप आज प्रत्येक व्यक्ति उनकी स्मृतियों को स्मरण और नमन करता है। अटल जी ने कहा था कि ‘हिन्दू तन-मन, हिन्दू जीवन, रग-रग हिन्दू मेरा परिचय है’। अटल जी कभी भी अपने मूल्यों और सिद्धान्तों से विचलित नहीं हुए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अटल जी की भावनाओं के अनुरूप बटेश्वर, फतेहपुर सीकरी और बाह क्षेत्र के विकास के लिए पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेगी।