खंड विकास अधिकारी परदहां को कार्यों में लापरवाही पर कारण बताओ नोटिस देने के दिए निर्देश ।
देवीदयाल सिंह/दैनिक इंडिया न्यूज
जिलाधिकारी अरुण कुमार की अध्यक्षता में मनरेगा कार्यों, गौ संरक्षण केंद्रों, जिला स्वच्छता समिति, वृक्षारोपण तथा पर्यावरण समिति के संदर्भ में मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
बैठक के दौरान डीसी मनरेगा ने बताया कि जून माह के लक्ष्य के सापेक्ष मनरेगा कार्यों की भौतिक प्रगति 76.81% पूर्ण कर ली गई है। विकास खंड परदहा में मनरेगा कार्यों में लक्ष्य के सापेक्ष कम प्रगति होने एवं कार्यों में लापरवाही पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए खंड विकास अधिकारी परदहां को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अमृत सरोवर योजना के तहत होने वाले कार्यों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने सभी विकास खंडों में तालाब की खुदाई का कार्य बरसात होने से पहले पूर्ण कराने के निर्देश दिए, जिलाधिकारी ने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलने पर संबंधित खंड विकास अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही की जाएगी। प्रत्येक विकासखंड में 3 खेल के मैदान बनने हैं, इस संदर्भ में जिलाधिकारी ने डीसी मनरेगा को निर्देश दिए कि हर ब्लॉक में कम से कम एक खेल का मैदान मॉडल हो जिसमें सारी भौतिक सुविधा उपलब्ध हो । बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कई जगहों से शिकायतें आ रही हैं की खेल के मैदान में सामुदायिक शौचालय, पंचायत भवन आदि बनाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी शिकायतों की जांच कर ये बात सुनिश्चित करें कि ऐसी किसी भी प्रकार की शिकायतें न आने पाए। गौ संरक्षण केंद्रों की समीक्षा के दौरान गौ आश्रय स्थल के लिए विकासखंड दोहरीघाट में जमीन का चिन्हांकन नहीं होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए खंड विकास अधिकारी को जल्द से जल्द जमीन का चिन्हांकन कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कान्हा गौशाला बनने हेतु जमीनों के चिन्हांकन के संबंध में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से जानकारी लेते हुए कार्य को जल्द से जल्द प्रारंभ कराने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि बाहर घूम रहे पशुओं को पकड़ कर गौ आश्रय स्थल में रखें। जनपद में कहीं भी छुट्टे पशु घूमते हुए दिखाई नहीं देने चाहिए। उन्होंने कहा कि गौ आश्रय स्थल में पशुओं का हेल्थ चेकअप निरंतर कराते रहें एवं आश्रय स्थल में पर्याप्त मात्रा में भूसा, चारा आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करें । जिला स्वच्छता समिति से चर्चा के दौरान जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य कराए जाने हेतु ग्रामो का चयन किए जाने के संबंध में जानकारी ली। जिला पंचायत राज अधिकारी ने बताया कि ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु 206 लाभार्थियों को मुख्यालय स्तर पर ट्रेनिंग कराई जाएगी। वृक्षारोपण एवं पर्यावरण समिति की बैठक के दौरान जिला वानिकी अधिकारी ने बताया कि जनपद के सभी संबंधित विभागों को वृक्षारोपण हेतु लक्ष्य आवंटित किए जा चुके हैं। जिलाधिकारी ने विभाग वार वृक्षारोपण के लिए दिए गए लक्ष्यों के सापेक्ष तत्काल गड्ढा खुदाई कर, उसकी रिपोर्ट देने के निर्देश सभी विभागाध्यक्षो को दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि अमृत वन योजना के तहत प्रत्येक गांव में 75 पौधे लगाए जाएंगे। नगर पालिका एवं नगर पंचायत क्षेत्रों में 750 पौधे लगाए जाएंगे। गंगा नदी एवं उसकी सहायक नदी के किनारे बसे गांव में गंगा ग्राम समिति का गठन किया जाना है। जिलाधिकारी ने गंगा नदी की सहायक नदी के किनारे बसे जनपद के 12 ग्राम पंचायतों में गंगा ग्राम समिति का गठन कराने के निर्देश जिला पंचायत राज अधिकारी को दिए। जिलाधिकारी ने गंगा नदी और उसकी सहायक नदी के किनारे बसे गांव के लोगों को इसकी साफ-सफाई रखने के प्रति जागरूक करने को कहा।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी राम सिंह वर्मा, अपर जिलाधिकारी भानु प्रताप सिंह, समस्त उपजिलाधिकारी, जिला वानिकी अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।