
204 करोड़ पौधरोपण कर उत्तर प्रदेश बना देश में अग्रणी राज्य

किसानों को प्रति पेड़ मिलेगा 6 डॉलर, इस वर्ष 42 लाख रुपये वितरित होंगे

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को गोरखपुर के चिलुआताल स्थित खाद कारखाना परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के अंतर्गत पौधरोपण कर ‘पवित्र धारा वन’ की स्थापना की। उन्होंने किसानों व स्थानीय लोगों को पौधे भी वितरित किए। मुख्यमंत्री ने कहा,
“यह अभियान केवल वृक्षारोपण का कार्य नहीं, बल्कि वर्तमान को संजोने और भविष्य को बचाने का संकल्प है। हर व्यक्ति को अपनी मां की स्मृति को जीवंत रखने और धरती माता के प्रति कर्तव्य निर्वहन का यह अवसर मिला है।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस महाअभियान के तहत प्रातः 7 बजे से सायं 4 बजे तक प्रदेश में 32 करोड़ पौधे रोपे गए हैं। उन्होंने कहा,
“वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए जो लक्ष्य दिए, उनके परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश में वनाच्छादन 5 लाख हेक्टेयर तक बढ़ा है। वर्ष 2017 से पहले वनाच्छादन घट रहा था, पर अब प्रदेश में 204 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं, जो देश में किसी भी राज्य द्वारा किया गया सर्वाधिक वृक्षारोपण है।”
मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए भी योजना का जिक्र करते हुए कहा,
“5 वर्ष तक खेत की मेड़ पर लगाए गए वृक्ष को सुरक्षित रखने वाले किसानों को प्रति पेड़ 6 डॉलर (करीब 500 रुपये) का भुगतान किया जाता है। पिछले साल 25 हजार किसानों को 32 लाख रुपये से अधिक की धनराशि दी गई थी और इस वर्ष 42 लाख रुपये वितरित किए जाएंगे।”
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने नदियों के तट, एक्सप्रेस-वे, सर्विस लेन और अमृत सरोवरों के किनारे वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया है। मुख्यमंत्री ने चिलुआताल को भी रामगढ़ताल की तरह पुनर्जीवित करने का संकल्प दोहराया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश वृक्षारोपण के मामले में देश का दूसरा राज्य बन गया है। वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि पेड़ लगाने से कार्बन उत्सर्जन कम होगा और किसानों को कार्बन क्रेडिट से आय भी होगी। सांसद रवि किशन शुक्ल, राज्यमंत्री केपी मलिक, प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में किसान और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
अंत में मुख्यमंत्री ने सभी से आह्वान किया,
“हर खेत में मेड़ और हर मेड़ पर पेड़ लगाएं। यह पर्यावरण की रक्षा के साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित जीवन देने का कार्य है।”