दैनिक इंडिया न्यूज़:लखनऊ में वोटिंग जारी है। सुबह सात बजे से पहले ही मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें लग गई थीं। हर उम्र के लोग उन कतारों में लगे नजर आए। बसपा सुप्रीमों मायावती ने लखनऊ में वोट डाला। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए स्कॉलर्स होम स्कूल में वोट डाला। उन्होंने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि सभी अपना वोट डालें। एनडीए 400 सीटें लेकर आएगा। लखनऊ में 6:00 बजे तक 52.23लखनऊ पूरब52.47 प्रतिशत व मोहनलालगंज में 62.72 प्रतिशत मतदान हुआ।
देशभर में अपनी कला-संस्कृति, साहित्य और तहजीब के लिए मशहूर लखनऊ 1962 से मतदान प्रतिशत का रिकॉर्ड नहीं तोड़ सका है। उस वर्ष 58.49 प्रतिशत वोट पड़े थे। साल 1991 में मतदान प्रतिशत 33.23 ही रहा। अचानक से मत प्रतिशत में गिरावट हुई तो राजनेता भी चकित रह गए। तब पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने पहले मतदान, फिर जलपान का नारा दिया और घर-घर जाकर वोट प्रतिशत बढ़ाने की अपील की।
समय के साथ लखनऊ में बहुत बदलाव आया। मतदान प्रतिशत में उतार-चढ़ाव रहा, लेकिन अब भी यहां के मतदाता 60 प्रतिशत का आंकड़ा भी नहीं छू सके हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में 53.06 प्रतिशत ही वोटिंग हुई। साल 2019 के चुनाव में मत प्रतिशत बढ़कर 57.68 पहुंचा, लेकिन 1962 के रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया। इस बार लखनऊ प्रशासन ने 52.23 प्रतिशत मतदान का दावा किया है। मतदाताओं को बूथ तक पहुंचाने के लिए टोलियां सुबह घर-घर जाएंगी। इसके अलावा लोगों को फोन और मैसेज कर बूथ तक बुलाया जाएगा। इतना ही नहीं सबसे पहले मतदान करने वाले को प्रशासन की ओर से सम्मानित भी किया जाएगा।
जितेन्द्र प्रताप सिंह अध्यक्ष राष्ट्रीय सनातन महासंघ ने दयानंद विद्यालय महानगर मे सपरिवार जा कर अपने मताधिकार का प्रयोग कर राष्ट्र धर्म व प्रजातंत्र के इस महापर्व मे सहभागिता की।उन्होंने कहा कि मतदान प्रजातंत्र को पोषित करने मे हमारा कर्तव्य है व व्यक्तिगत अधिकार इसके अनुपालन से प्राप्त होते हैं। पांचवे दौर के मतदान से मत प्रतिशत मे बढ़त प्रजातंत्र की जड़ो की मजबूती को परिलक्षित करता है।