दैनिक इंडिया न्यूज़ लखनऊ ।उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की महत्वपूर्ण कार्यकारिणी बैठक माध्यमिक शिक्षा निदेशालय मे सम्पन्न हुई। बैठक में जे पी सिंह अध्यक्ष संस्कृतभारतीन्यास अवधप्रान्त, धनंजय कनौजिया विधायक,आर के तिवारी सचिव उ प्र माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद सहित उत्तर प्रदेश के विभिन्न अंचलों से उपस्थित कार्यकारणी सदस्यों ने सहभागिता कर शैक्षणिक सत्र 2023-24 व 2024-25 के लिए नई शिक्षा नीति 2020 के आलोक मे पाठ्यक्रम मे महत्वपूर्ण परिवर्तन करते हुए सारगर्भित बनाने का निर्णय सर्वसम्मत से लिया गया। इसी क्रम मे संस्कृत विषय उन्नयन व छात्रों को प्रोत्साहित करने हेतू “उत्तर प्रदेश अमृत काल मेधावी परीक्षा 2023” के आयोजन को त्रिस्तरीय पूर्व मध्यमा,मध्यमा व उत्तर मध्यमा स्तर से प्रत्येक वर्ग से 30 मेधावी छात्र – छात्राओं को चयनित कर एक वर्ष तक वृति प्रदान की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के द्वारा चार विषयों मे स्व पोषित डिप्लोमा पाठ्यक्रम लागू करने हेतू प्रदान सहमति अनुसार प्रवेश कार्यक्रम का अनुमोदन किया।सचिव ने बताया कि समस्त 591 प्रधानाचार्य व 1186 शिक्षकों को वाराणसी मे पुनः उच्च स्तरीय बहुआयामी प्रशिक्षण विद्वानों द्वारा कराया जाएगा।सदस्यों ने संविदा शिक्षकों की नियुक्ति के चयन मे विलम्ब व निरंतरता मे नवीनीकृत संविदा शिक्षकों के मानदेय भुगतान मे अति विलम्ब से हो रही असुविधा से पदाधिकारीगणों कोअवगत कराया। धनंजय कनौजिया विधायक ने कहा कि विनोद मिश्र द्वारा संस्कृत शास्त्रम् मे विद्यालय को चार से पांच विकल्प मे मान्यता के लिए स्वीकृत हेतू सहमति प्रदान की जाए। जे पी सिंह अध्यक्ष संस्कृतभारतीन्यास अवधप्रान्त ने भी सहमति देते हुए मान्यता शुल्क मे प्रस्तावित शुल्क रू 2000 से घटाकर रू 500 करने का स्वागत किया। इस क्रम मे समस्त विषयों का सचिव माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद पत्र जारी करेगे। विभिन्न सदस्यों द्वारा विपरीत मौसम के सापेक्ष विद्यालय के समय मे परिवर्तन को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की। जे पी सिंह के आग्रह पर सचिव ने सम्बंधित अधिकारी को एक माह तक पूर्व निर्धारित समयानुसार विद्यालय चलाने का निर्देश जारी करने का निर्णय दिया। विनोद मिश्र, हर्षदेव ,सालिगराम, वंदना द्विवेदी सहित सभी सदस्यों की सक्रिय सहभागिता व सहयोग के लिए सचिव आर के तिवारी ने आभार व्यक्त किआ।
2023-07-28